Govardhan Puja 2023 कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा अथवा अन्नकूट पर्व मनाया जाता है। प्रतिपदा तिथि आज दोपहर दो बजकर 36 मिनट तक रहेगी। दीपावली के बाद यानी दूसरे दिन गोवर्धन (अन्नकूट) और गो पूजा का खास महत्व होता है। इस दिन छप्पन प्रकार के पकवान बनाकर भगवान श्रीकृष्ण को भोग लगाया जाता है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। गोवर्धन पूजा यानी अन्नकूट पर्व आज मनाया जाएगा। मंदिर व गोशाला में लोग गो पूजा कर उन्हें अन्न अर्पित कर संरक्षण का संकल्प लेंगे। मंदिरों व घरों में गाय के गोबर से गोवर्धन बनाकर उनकी पूजा होगी। भगवान कृष्ण को छप्पन व्यंजन का भोग लगाकर खुशहाली की कामना की जाएगी। प्रतिपदा तिथि दो बजकर 36 मिनट तक रहेगी। पूजा का शुभ मुहूर्त दो घंटे नौ मिनट रहेगा जो सुबह छह बजकर 43 मिनट से शुरू होगा।
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा अथवा अन्नकूट पर्व मनाया जाता है। प्रतिपदा तिथि आज दोपहर दो बजकर 36 मिनट तक रहेगी। दीपावली के बाद यानी दूसरे दिन गोवर्धन (अन्नकूट) और गो पूजा का खास महत्व होता है। इस दिन छप्पन प्रकार के पकवान बनाकर भगवान श्रीकृष्ण को भोग लगाया जाता है। ज्योतिषाचार्य डा. सुशांत राज के मुताबिक इस दिन गो पूजा करने व गाय को अन्न देने से घर में सुख-समृद्धि आती है। पूजा का मुहूर्त सुबह 6:43 से 8:52 तक रहेगा।
गोवर्धन पूजा की मान्यता
मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने इस दिन इंद्रदेव का घमंड तोड़ा था। भगवान कृष्ण ने इंद्र के क्रोध से लोगों की रक्षा करने के लिए अपनी तर्जनी उंगली पर गोवर्धन पर्वत पर उठा लिया था। इसके बाद सभी लोग अपनी गायों को लेकर पर्वत के नीचे आ गए व सभी इंद्रदेव के क्रोध स्वरूपी वर्षा से बच गए। काफी समय बाद इंद्रदेव को उनकी भूल का एहसास हुआ कि भगवान श्रीकृष्ण कोई साधारण इंसान नहीं हैं। इंद्रदेव ने कृष्ण की पूजा कर उन्हें भोग लगाया। इसदिन से गोवर्धन पूजा की जाने लगी। इस दिन गोवर्धन के साथ ही गायों की पूजा करने से भगवान कृष्ण प्रसन्न होते हैं।