Haldwani दीपावली पर पटाखे की चिंगारी से हल्द्वानी में भीषण अग्निकांड में टेंट हाउस के तीन कर्मचारी जिंदा जल गए। अग्निशमन अधिकारी गौरव किरार ने बताया कि रात साढ़े 11 बजे गोदाम में आग लग गई थी। अग्निशमन विभाग को 1212 बजे सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। तड़के साढ़े चार बजे आग बुझाई जा सकी।
हल्द्वानी। दीपावली पर पटाखे की चिंगारी से हल्द्वानी में भीषण अग्निकांड में टेंट हाउस के तीन कर्मचारी जिंदा जल गए। चार ने भागकर जान बचाई। अग्निशमन विभाग ने पांच घंटे की मशक्कत के बाद भीषण आग पर काबू पाया। तड़के आग बुझने पर तीनों के जले शव गोदाम से बाहर निकाले गए।
डीएम वंदना ने अग्निकांड की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह को दिए हैं। नवाबी रोड पर स्थित आनंदपुर फेस-एक में गिरीश हेडिया का कुमाऊं टेंट हाउस और गोदाम है। जहां पर सीजन में 30 से 40 कर्मचारी काम करते हैं।
यहीं ठहरे थे कर्मचारी
रविवार को अधिकांश दीपावली मनाने के लिए घर गए थे। सात कर्मचारी यहीं ठहरे थे। जिसमें नैनीताल जिले के मालधनचौड़ रामनगर निवासी 28 वर्षीय रवींद्र कुमार भूतल पर बने गोदाम में और मालधनचौड़ रामनगर निवासी 39 वर्षीय कृष्णा व ग्राम थली नरतौला, धारी निवासी 25 वर्षीय रोहित पुरी पहली मंजिल पर बने कमरे में सोए थे। बिहार निवासी तेजू यादव व लखीमपुर खीरी (उप्र) निवासी गुड्डू उर्फ ललता प्रसाद, नीरज व सुमित गोदाम के बाहर सोए थे।
पटाखे की चिंगारी से लगी आग
अग्निशमन अधिकारी गौरव किरार ने बताया कि रात साढ़े 11 बजे गोदाम में आग लग गई थी। अग्निशमन विभाग को 12:12 बजे सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाने का प्रयास किया। तड़के साढ़े चार बजे आग बुझाई जा सकी। आग पटाखे की चिंगारी से लगी। मौके की स्थिति से यह लग रहा है कि पटाखा गोदाम के बाहर टंगे तिरपाल में आकर गिरा होगा और आग बाहर खड़े छोटे हाथी वाहन और फिर टेंट के गोदाम तक पहुंच गई। गोदाम के साथ पहली मंजिल जल गई।
तीन लोगों की जलकर मौत
आग बुझाने के बाद रवींद्र का शव गोदाम के अंदर सीढ़ियों पर मिला। पहली मंजिल पर सोए रोहित व कृष्णा के शव को ताला तोड़कर व खिड़की की ग्रिल काटकर बाहर निकाला। घटना की सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसपी सिटी हरबंस सिंह भी पहुंच गए थे।
40-50 लाख का नुकसान, दो छोटे हाथी वाहन भी जले
टेंट हाउस संचालक गिरीश हेडिया ने बताया कि आग से उन्हें 40-50 लाख का नुकसान हुआ है। गोदाम के बाहर सामान ढोने के लिए खड़े दो छोटा हाथी वाहन भी जल चुके हैं। इसके अलावा नए तिरपाल के सैंकड़ों बंडल, बिस्तर, डाइनिंग टेबल, टेंट आदि सामान आग की भेंट चढ़ चुका है।
एसएसपी ने की ये बात
आग की सूचना मिलते ही अधीनस्थों को घटनास्थल पर भेज दिया था। आग का कारण प्रथम दृष्टया पटाखे की चिंगारी ही है।- प्रहलाद नारायण मीणा, एसएसपी