Uttarakhand: हरिद्वार में डॉक्टर, युवक और दो महिलाओं ने बुखार से तोड़ा दम, थम नहीं रहा यहां मौत का सिलसिला

उत्तराखंड हरिद्वार

सार

पथरी क्षेत्र के गांवों में बुखार से लोगों की मौतों का सिलसिला जारी है। दो माह के भीतर गांव बादशाहपुर, पदार्था, नसीरपुर कलां, एकड़ कलां, बहादरपुर जट आदि गांवों में बुखार से दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अब भी बुखार से पीड़ित हैं।

विस्तार

बहादरपुर जट, नसीरपुर कलां गांव में बुखार की दहशत है। यहां बुखार से फिर दो महिलाओं, एक युवक और अलीपुर में चिकित्सक की मौत हो गई है। लगातार हो रही मौत से गांवों में कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीणों में दहशत से दोनों गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है।

बहादरपुर जट के पूर्व प्रधान विकास कुमार ने बताया कि मंगलवार को बुखार से दीपक पाल (24) पुत्र धीर सिंह और बाला देवी (65) पत्नी योगेन्द्र सिंह चौहान निवासी बहादरपुर जट की मौत हो गई है। नसीरपुर कलां की ग्राम प्रधान गुलनाज अंसारी ने बताया कि बुखार से सूफी (60) पत्नी शफी निवासी नसीरपुर कलां की मौत हो गई है।

पिछले कई दिन से ये सभी लोग बुखार से पीड़ित थे और इलाज निजी अस्पतालों में चल रहा था। बता दें कि पथरी क्षेत्र के गांवों में बुखार से लोगों की मौतों का सिलसिला जारी है। दो माह के भीतर गांव बादशाहपुर, पदार्था, नसीरपुर कलां, एकड़ कलां, बहादरपुर जट आदि गांवों में बुखार से दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग अब भी बुखार से पीड़ित हैं। 

पूर्व कैबिनेट मंत्री के पास पहुंचा ग्रामीणों का प्रतिनिधि मंडल

पथरी। बहादरपुरजट और नसीरपुर कलां में बुखार से लगातार हो रही मौत को लेकर ग्रामीण अब अपना धैर्य खो चुके हैं। मंगलवार को गांव की दो महिलाओं समेत तीन लोगों की मौत के बाद ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने मामले को लेकर शासन और प्रशासन तक गुहार लगानी शुरू कर दी है।

पूर्व प्रधान विकास कुमार, जिपं सदस्य सोहनवीर पाल, भाजपा नेता धर्मेंद्र चौहान, सपा के जिलाध्यक्ष साजिद अली आदि ने ग्रामीणों के प्रतिनिधि मंडल के रूप में पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद से मुलाकात की। उन्होंने गांवों में फैल रहे बुखार और इससे हो रहीं मौतों के बारे में उन्हें अवगत कराया। रोकथाम के लिए सभी ने मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम की मांग की। स्वामी यतीश्वरानंद ने लोगों को जल्द ही संबंधित अधिकारियों से वार्ता कर गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजने का आश्वासन दिया है।

अब तक गई इन लोगों की जान

पथरी। दो माह के भीतर बुखार से बादशाहपुर के नवीन सैनी उर्फ काका, एकड़ कलां के सुमेरचंद, पदार्था की शाहिला, नसीरपुर के नवाब, जमातून, सन्नी, आहिल, सोनिया, दिलशाद व सूफी और बहादुरपुर जट के पप्पू कश्यप, पवन कुमार, नरेश कुमार, सौ सिंह, देशू राम, प्रिया चौधरी, दीपक पाल व बाला देवी की मौत हो चुकी है। संवाद

हरिद्वार: बहादराबाद में क्लीनिक चला रहे थे सुमित

अलीपुर के सुमित कुमार (32) बहादराबाद कस्बे में कुछ वर्षों से क्लीनिक चलाकर लोगों का इलाज करते थे। चार दिन पहले उन्हें बुखार आया और सोमवार की रात इलाज के लिए ले जाते समय उनकी सांसें थम गईं। उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।

सुमित के पिता राजकुमार ने बताया कि उनके बेटे को पिछले चार दिन से बुखार की शिकायत थी। सोमवार रात अचानक तबीयत बिगड़ने पर एंबुलेंस से जौलीग्रांट अस्पताल ले जा रहे थे। बीच रास्ते में ही अचानक उसका दम घुटने लगा और मौत हो गई। बताया कि मौत से पहले खुद और एक निजी अस्पताल से बुखार का वह इलाज कर रहा था।

ब्रजमोहन सिंह, बिजेंद्र पेगवाल, रमेश चंद्र आदि ग्रामीणों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग को बुखार बुलेटिन चलाकर इसके इलाजरत और डिस्चार्ज मरीजों के आंकड़े जारी करने चाहिए। बुखार ने लोगों में दहशत का माहौल बना दिया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को कैंप लगाकर गांव-गांव में लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करना चाहिए।