प्रदेश में हर वर्ष लाखों यात्री केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए आते हैं। इन यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए यूकाडा रुद्रप्रयाग जिले के विभिन्न स्थानों से हेली सेवाओं का संचालन करता है। हेली सेवाओं के संचालन के लिए बाकायदा टेंडर आमंत्रित किए जाते हैं। इनमें यूकाडा द्वारा निश्चित की गई किराये दर के सबसे नजदीक वाली कंपनी को ये टेंडर दिया जाता है।
HIGHLIGHTS
- इस वर्ष हेली सेवा संचालन से 30 करोड़ से अधिक मुनाफे की उम्मीद
- इसी धनराशि में से यात्रियों की सुविधा के लिए ये वाहन खरीदेगा यूकाडा
देहरादून। उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूकाडा) केदारनाथ यात्रियों की सहूलियत के लिए तीन आल टेरेन व्हीकल (एटीवी), तीन हाईटेक स्वास्थ्य मोबाइल वैन और एक शव वाहन खरीदने जा रहा है। यूकाडा इनकी खरीद इस वर्ष हेली सेवाओं के संचालन से होने वाली मुनाफे से करेगा। इस वर्ष यूकाडा को हेली सेवाओं के संचालन से 30 करोड़ से अधिक का मुनाफा होने की उम्मीद है।
यूकाडा हेली सेवाओं का करता है संचालन
प्रदेश में हर वर्ष लाखों यात्री केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए आते हैं। इन यात्रियों की यात्रा को सुगम बनाने के लिए यूकाडा रुद्रप्रयाग जिले के विभिन्न स्थानों से हेली सेवाओं का संचालन करता है। हेली सेवाओं के संचालन के लिए बाकायदा टेंडर आमंत्रित किए जाते हैं। इनमें यूकाडा द्वारा निश्चित की गई किराये दर के सबसे नजदीक वाली कंपनी को ये टेंडर दिया जाता है। इसके बाद शेष कंपनियों को स्वीकृत दर पर कार्य करने को कहा जाता है।
इस किराये में कुछ प्रतिशत सेवा शुल्क के रूप में यूकाडा को भी प्राप्त होता है। ऐसे में यूकाडा अब मुनाफे से मिलने वाली धनराशि का प्रयोग यात्रियों की सुविधाओं के लिए करने की तैयारी कर रहा है। इस क्रम में सबसे पहले तीन एटीवी खरीदी जाएंगे। इनका इस्तेमाल हेलीकाप्टर से केदारनाथ पहुंचने वाले यात्रियों को हेलीपैड से मंदिर तक ले जाने के लिए किया जाएगा।
यूकाडा तीन हाईटेक एंबुलेंस खरीदेगा
इसके अलावा यूकाडा तीन हाईटेक एंबुलेंस व एक शव वाहन भी खरीद कर स्वास्थ्य विभाग को देगा। इनका इस्तेमाल यात्रा के दौरान बीमार पड़ने वाले यात्रियों को प्राथमिक चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराकर नजदीकी अस्तपाल तक पहुंचाने के लिए किया जाएगा। अपर सचिव नागरिक उड्डयन व यूकाडा के सीईओ सी रविशंकर का कहना है कि यूकाडा यह सारी खरीद हेली सेवाओं के संचालन से होने वाले मुनाफे से करेगा और फिर इन वाहनों को संबंधित विभागों को संचालन के लिए सौंप देगा।