Uttarakhand Tunnel Collapse Updates बरकोट की तरफ से भी ड्रिलिंग की जा रही है और यह काम टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (टीएचडीसी) को सौंपा गया है। अपर सचिव तकनीकी सड़क एवं परिवहन महमूद अहमद ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि अगर सब कुछ सही रहा तो हम अगले 40 घंटों में कुछ अच्छी खबर लेकर आएंगे।
HIGHLIGHTS
- क्षैतिज ड्रिलिंग का किया जा रहा इस्तेमाल
- आज रात से लेकर कल तक का पूरा दिन सबसे महत्वपूर्ण
उत्तरकाशी। सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए बचाव दल ‘क्षैतिज ड्रिलिंग’ पद्धति पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि आज रात से शुरू हो रहा समय ‘सबसे महत्वपूर्ण’ है और अगर सब कुछ सही रहा तो अगले 40 घंटों में कुछ अच्छी खबर सामने आएगी।
अपर सचिव तकनीकी, सड़क एवं परिवहन महमूद अहमद ने बताया कि अब टेलीस्कोपिंग विधि से 900 मिमी की जगह 800 मिमी व्यास के पाइप डाले जा रहे हैं।
कीमती है समय
अधिकारियों ने कहा-
आज सुबह से हमने क्षैतिज ड्रिलिंग की प्रक्रिया शुरू की। पिछले सप्ताह 6 मीटर के चार 900 मिमी-व्यास वाले पाइपों को 21-22 मीटर तक डाला गया था। अब हमने तय किया है कि टेलिस्कोपिंग पद्धति से 800 मिमी व्यास का पाइप बिछाएंगे। हमने काम शुरू कर दिया है। इसके बाद हम अमेरिकन ऑगर मशीन से इसके अंदर आगे की ड्रिलिंग करेंगे। हमारे लिए, आज रात से लेकर कल तक का पूरा दिन सबसे महत्वपूर्ण है।
पहले की योजना के अनुसार, श्रमिकों के लिए निकलने की जगह बनाने के लिए क्षैतिज ड्रिलिंग उपकरण का उपयोग करके 900-मिमी पाइपों को अंदर धकेला जाना था। दूसरी (बरकोट) की तरफ से भी ड्रिलिंग की जा रही है और यह काम टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (टीएचडीसी) को सौंपा गया है। महमूद अहमद ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, अगर सब कुछ सही रहा तो हम अगले 40 घंटों में कुछ ‘अच्छी खबर’ लेकर आएंगे।