Saturday, December 14, 2024

Uttarakhand Tunnel Collapse: यूएसए से आएगी ओएनजीसी की ड्रिलिंग मशीन, वर्टिकल ड्रिलिंग का काम हुआ तेज

उत्तरकाशी़ उत्तराखंड

Uttarakhand Tunnel Collapse उत्तरकाशी टनल हादसे में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन अब अपने आखिरी पड़ाव पर है। सुरंग के अंदर सिलक्यारा की तरफ से ऑगर मशीन से ड्रिलिंग शुरू हो चुकी है। मशीन के लिए प्रोटेक्शन कैनोपी का निर्माण किया गया है। मशीन का संचालन दिल्ली से आए ट्रेंचलेस इंजीनियरिंग सर्विस के ऑपरेटर कर रहे हैं। अब वर्टिकल ड्रिलिंग का काम तेज हो गया है।

उत्तरकाशी। सिलक्यारा सुरंग के निकट वर्टिकल ड्रिलिंग के लिए आरवीएनएल ने तैयारी पूरी कर ली है। इसके लिए कुछ मशीन पहुंच गई हैं, जबकि अन्य मशीनें मगंवाई गई हैं। बैकअप मशीनें ओडिशा से लाई जा रही हैं। ओएनजीसी ने भी बड़कोट की ओर से वर्टिकल ड्रिलिंग को कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।

ओएनजीसी वर्टिकल बोरिंग के लिए अमेरिका, मुंबई और गाजियाबाद से मशीनरी जुटा रही है। टीएचडीसी, सेना, कोल इंडिया और एनएचआइडीसीएल की संयुक्त टीम मैनुअल-अर्ध यंत्रीकृत विधि से ड्रिफ्ट टनल बनाएगी। सुरंग के अंदर बहाव पैदा करने के लिए काम चल रहा है।

सेना ने तैयार की प्रोटेक्शन कैनोपी

सुरंग के अंदर सिलक्यारा की तरफ से ऑगर मशीन से ड्रिलिंग शुरू हो चुकी है। मशीन के लिए प्रोटेक्शन कैनोपी का निर्माण किया गया है। मशीन का संचालन दिल्ली से आए ट्रेंचलेस इंजीनियरिंग सर्विस के आपरेटर कर रहे हैं।

बलास्टिक मशीन के तार में आई दिक्कत

बड़कोट छोर से सुरंग में 483 मीटर हिस्से में माइक्रो सुरंग का निर्माण टीएचडीसी ने सोमवार रात शुरू किया था। मंगलवार रात तक यहां आठ मीटर ड्रिलिंग की जा चुकी थी और शाट क्रीट का काम चल रहा। जबकि, बलास्टिक मशीन के तार में तकनीकी दिक्कत आने से बलास्टिक का काम रुका हुआ है।

 

दोपहर से लेकर शाम तक खड़ी रही मशीन

ऋषिकेश व्यासी से आरवीएनएल की ड्रिलिंग मशीन दोपहर 12 बजे सिलक्यारा पहुंच गई थी। लेकिन, यमुनोत्री राजमार्ग पर पुलिया की जर्जर स्थिति के कारण 85 टन की यह मशीन कार्यस्थल पर देर शाम को पहुंच पाई। इसके लिए एप्रोच रोड तैयार करनी पड़ी।

मां को भेजा संदेश

सुरंग के अदंर फंसने वालों में निमडांगी बंगाल निवासी जयदेव परमानिक भी शामिल हैं। जयदेव ने अपनी मां को रिकॉर्ड संदेश भिजवाया, जिसमें जयदेव ने कहा कि मां परेशान मात होना। हम सुरंग के अंदर सही हैं। खाना सही समय पर खाना। पिताजी को भी सही समय पर खाना और दवाएं देना।