HIGHLIGHTS
- सिलक्यारा सुरंग में 41 मजदूरों को निकालने की कोशिश जारी
- रेस्क्यू ऑपरेशन में आ रही बाधा
- मशीन खराब होने से एक बार फिर थमा अभियान
Uttarakhand Tunnel Collapse Today LIVE Updates: सिलक्यारा सुरंग में 41 श्रमिकों की जान जोखिम में है। रेस्क्यू की राह में कई तरह के अवरोध आ रहे हैं। जो मशीनें खोज बचाव के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचाई जा रही हैं, उन्हें सिलक्यारा पहुंचने में बदहाल सड़कों से जिल्लत झेलनी पड़ रही है। शुक्रवार को जल्द ही रेस्कयू फिर से शुरू होगा।
डिजिटल डेस्क, उत्तरकाशी। चारधाम ऑलवेदर परियोजना की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की जिंदगी बचाने के लिए खोज बचाव अभियान चल रहा है। इन श्रमिकों को सुरंग के अंदर फंसे हुए 300 घंटे से अधिक का समय हो गया। आज उम्मीद बनी है कि सुरंग में फंसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाला जाएगा। इसके लिए भी सभी तरह की तैयारियां की गई है।
उत्तरकाशी टनल हादसे से जुड़ी पल-पल की अरडेट पढ़ें यहां…
Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: बेंगलुरु से मंगाए गए दो एडवांस ड्रोन
उत्तरकाशी। बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) ने बेंगलुरु से दो एडवांस ड्रोन मंगाए हैं। बेंगलुरु की स्क्वाड्रन इंफ्रा के छह टनलिंग-माइनिंग विशेषज्ञ इंजीनियर की टीम ने सुरंग में पहुंचकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से स्थिति देखी। बीआरओ के डीडीजी ब्रिगेडियर विशाल वर्मा का कहना है कि मलबे के भीतर ड्रिल में आ रही दुश्वारियों के बीच बेंगलुरु की स्क्वाड्रन इंफ्रा एंड माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की मदद ली जा रही है।
Uttarkashi Tunnel Rescue Operation: आज आ सकती है अच्छी खबर, अस्पताल तैयार
उत्तरकाशी। आज उम्मीद बनी है कि सुरंग में फंसे श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाला जाए। सिलक्यारा क्षेत्र में एम्बुलेस भी तैनात हैं। एयरलिफ्ट कर एम्स लेकर जाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी की गई है। जब श्रमिकों को सुरंग से निकाला जाएगा तो उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ पहुंचाने के लिए सिलक्यारा से लेकर चिन्यालीसौड़ के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिन्यालीसौड़ में भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। यहां आइटीबीपी को तैनात किया गया है।