Friday, November 22, 2024

Uttarakhand: अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में हुंकार भरेंगे उत्तराखंड के कार्मिक, प्रस्तावित रैलियों पर की गई चर्चा

उत्तराखंड देहरादून

उत्तराखंड के कर्मचारियों ने दिल्ली चलो अभियान के लिए कमर कस ली है। सात दिसंबर को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में सरकार के विरुद्ध देशभर के कार्मिक हल्ला बोलेंगे। उत्तराखंड के कर्मचारियों ने ईपीएफ-95 पेंशन समेत चार सूत्रीय मांगों को लेकर चलाए जा रहे अभियान में शामिल होने की रणनीति बनाई। रविवार को आइएसबीटी परिसर में ईपीएफ-95 धारकों व वर्तमान में ईपीएफ धारी के कार्मिकों की बैठक हुई।

 देहरादून। उत्तराखंड के कर्मचारियों ने दिल्ली चलो अभियान के लिए कमर कस ली है। सात दिसंबर को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में सरकार के विरुद्ध देशभर के कार्मिक हल्ला बोलेंगे। उत्तराखंड के कर्मचारियों ने ईपीएफ-95 पेंशन समेत चार सूत्रीय मांगों को लेकर चलाए जा रहे अभियान में शामिल होने की रणनीति बनाई।

रविवार को आइएसबीटी परिसर में ईपीएफ-95 धारकों व वर्तमान में ईपीएफ धारी, सार्वजनिक निगमों, उपक्रमों, अशासकीय विद्यालयों, स्वायत्तशासी, संस्थाओं के कार्मिकों की बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता शैलेश शर्मा ने की। बैठक में दिल्ली में प्रस्तावित रैली में प्रतिभाग के लिए तैयारियों पर चर्चा की गई।

संघर्ष समिति के सचिव बीएस रावत ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि संघर्ष समिति पिछले छह वर्षों से मांग रही है कि कार्मिकों के अंशदान से हायर पेंशन व अन्य को पेंशन 7500 रुपये और महंगाई भत्ता, नए ईपीएफ-95 वाले कार्मिकों को कम से कम 5000 रुपये पेंशन चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए। लेकिन, अब तक कोई कार्रवाई न होने से सेवानिवृत्त कार्मिकों का सब्र टूटने लगा है।

प्रधानमंत्री की ओर से बनाई गई स्टैंडिंग समिति ने अपनी संस्तुति श्रम मंत्रालय के भेज दी है। जिसे लागू करने में हीलाहवाली की जा रही है। राज्य निगम कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष दिनेश गोसाईं ने रैली में शामिल होने की अपील की। बैठक में टीएस बिष्ट, प्रेम सिंह पंवार, जीके मैंदोला, सुभाष शाह, अनुराग नौटियाल आदि उपस्थित रहे।