Friday, November 08, 2024

Uttarakhand: नगर-निगम के करोड़ों के विकास कार्यों पर छाए संशय के बादल, कार्यकाल पूर्ण होने से कुछ दिन पहले जारी किए गए 40 करोड़

उत्तराखंड देहरादून

नगर निगम का कार्यकाल पूर्ण होने से चंद रोज पहले करोड़ों के विकास कार्यों के नए टेंडर तो कर लिए गए लेकिन अब इनके धरातल पर उतरने पर संशय बन गया है। निगम का बोर्ड भंग हो चुका है और निगम की बागडोर प्रशासक के तौर पर जिलाधिकारी को सौंप दी गई है। अब आनन-फानन में किए गए नए कार्यों के टेंडर पर कार्य शुरू भी हो पाएगा।

 देहरादून। नगर निगम का कार्यकाल पूर्ण होने से चंद रोज पहले करोड़ों के विकास कार्यों के नए टेंडर तो कर लिए गए, लेकिन अब इनके धरातल पर उतरने पर संशय बन गया है। निगम का बोर्ड भंग हो चुका है और निगम की बागडोर प्रशासक के तौर पर जिलाधिकारी को सौंप दी गई है।

अब आनन-फानन में किए गए नए कार्यों के टेंडर पर कार्य शुरू भी हो पाएगा या नहीं यह सवाल बना हुआ है। साथ ही नए कार्यों के बजट की व्यवस्था को लेकर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। संभवत: मार्च तक नए कार्यों को शुरू करने के लिए इंतजार करना पड़े।

नगर निगम के सभी सौ वार्डों में करीब 45 करोड़ की लागत से सड़क, नाली, पार्क व वेंडिंग जोन आदि निर्माण के कार्य गतिमान हैं। इनके टेंडर कुछ माह पूर्व किए गए थे और कार्यादेश जारी कर काम भी शुरू हो गए थे। इस बीच बीते शनिवार को नगर निगम बोर्ड का कार्यकाल पूर्ण हो गया और बोर्ड भंग हो गया। इससे कुछ दिन पहले ही निगम के लोनिवि अनुभाग ने करीब 40 करोड़ रुपये नए कार्यों के टेंडर भी कर दिए।

हालांकि, अभी ज्यादातर कार्यों के कार्यादेश जारी नहीं किए गए हैं, लेकिन अब निगम के कदम ठिठकते नजर आ रहे हैं। पहले आनन-फानन में पार्षदों के दबाव में विकास कार्यों के टेंडर तो कर दिए, लेकिन बजट का इंतजाम अभी तक नहीं किया गया है।

संभावना है कि आगामी मार्च अंत में भवन कर से होने वाले करीब 50 करोड़ के राजस्व प्राप्ति के बाद ही नए कार्य शुरू किए जा सकेंगे। भवन कर की आय से निगम निर्माण कार्य कर सकेगा। नगर निगम के अधिशासी अभियंता जेपी रतूड़ी ने बताया कि वार्डों में विभिन्न विकास कार्य गतिमान हैं। नए कार्यों को शुरू कराने के लिए बजट की व्यवस्था जल्द करने का प्रयास रहेगा।