Saturday, July 27, 2024

Mussoorie में धूमधाम से मनाई गई बूढ़ी दीवाली, स्थानीय लोगों ने नृत्य की दी मनमोहक प्रस्तुतियां, मंत्री व विधायक भी थिरके; तस्वीरें

उत्तराखंड देहरादून

मसूरी में निवासरत जौनपुर जौनसार तथा रवाईं के निवासियों की संस्था अगलाड़ यमुनाघाटी विकास मंच मसूरी के तत्वावधान में कैम्पटी रोड के पुराने चकराता टोल चौकी के समीप बूढ़ी दीवाली के मौके पर भव्य समारोह आयोजित किया गया। समारोह की शुरुआत डिबसा पूजन व होलियात के साथ शुरू हुई। इसके बाद पारंपरिक परिधान पहने हुए महिलाओं व पुरुषों का रासो तांदी व धुमसू नृत्य शुरू हुआ।

 मसूरी। Bagwal Celebration: पहाड़ों की रानी मसूरी में बूढी दिवाली पारंपरिक रीति-रिवाज व धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर जौनपुर, जौनसार तथा रवाईं मूल के निवासियों ने रासो, तांदी व धुमसू नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां दी। वन मंत्री सुबोध उनियाल, धनोल्टी विधायक प्रीतम सिंह पंवार व क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला भी नृत्यों पर खूब झूमे।

मसूरी में निवासरत जौनपुर, जौनसार तथा रवाईं के निवासियों की संस्था अगलाड़ यमुनाघाटी विकास मंच मसूरी के तत्वावधान में कैम्पटी रोड के पुराने चकराता टोल चौकी के समीप बूढ़ी दीवाली के मौके पर भव्य समारोह आयोजित किया गया। समारोह की शुरुआत डिबसा पूजन व होलियात के साथ शुरू हुई।

घंटों तक चला नृत्य कार्यक्रम

इसके बाद पारंपरिक परिधान पहने हुए महिलाओं व पुरुषों का रासो, तांदी व धुमसू नृत्य शुरू हुआ जो लगभग पांच घंटे तक जारी रहा। इस दौरान भिरूड़ी फेंकी गई व चिउड़ा बांटा गया। कार्यक्रम के अंत में महिलाओं व पुरुषों के बीच भांड (रस्साकशी) का मुकाबला शुरू हुआ जिसमें महिलाओं ने बाजी मारी।

इससे पहले कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे प्रदेश के काबीना मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति को बचाने में जौनपुर जौनसार व रवाईं का विशेष योगदान है। यहां पर हर पर्व विशुद्ध लोक संस्कृति के साथ मनाये जाते हैं।

उन्होंने कहा कि देश के अधिकांश भागों की संस्कृति पर बालीवुड का प्रभाव पड़ा है लेकिन जौनपुर रवाईं व जौनसार के लोगों ने अपनी संस्कृति को बचाकर रखा है। मंत्री सुबोध उनियाल ने क्षेत्र के लोगों से औद्यानिकी को बचाने और इसको बढ़ावा देने का आह्वान किया।

ये लोग रहे उपस्थित

इस मौके पर अगलाड़ यमुना घाटी विकास मंच के संरक्षक मनमोहन सिंह मल्ल, अध्यक्ष शूरवीर सिंह रावत, महामंत्री प्रकाश राणा, कोषाध्यक्ष सूरत सिंह रावत, विरेंद्र राणा, राजेंद्र रावत, गोकुल नौटियाल, आशुतोष कोठारी, बलदेव सिंह रावत, रणवीर कंडारी, दिनेश पंवार, सुनील सिलवाल, सुनील पंवार, बिरेंद्र काकू, रमेश रावत, राकेश राणा, बिक्रम नेगी सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।