Friday, November 08, 2024

Uttarakhand News: विश्वभर में फैलेगी उत्तराखंड के सिनेमन व सुरई की खुशबू, मालामाल होंगे प्रदेश के किसान

उत्तराखंड देहरादून

सगंध पौधा केंद्र की जिस अत्याधुनिक प्रयोगशाला में यह सब कसरत चल रही है दो वर्ष पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया था। इसके सार्थक परिणाम भी दिखने लगे हैं। केंद्र को अब इत्र परफ्यूम आदि के लिए टेस्टिंग और निर्माण के लिए अन्यत्र भटकना नहीं पड़ता। साथ ही शोध कार्यों में तेजी आई है। प्रधानमंत्री की हौसला अफजाई से सगंध पौधा केंद्र की टीम भी गदगद है।

HIGHLIGHTS

  1. प्रधानमंत्री से मिली हौसला अफजाई से सगंध पौधा केंद्र की टीम भी गदगद
  2. सगंध पौधा केंद्र ने सिनेमन व सुरई पर भी काम शुरू कर दिया है

 देहरादून। उत्तराखंड में पाए जाने वाले सगंध पौधों की खुशबू अब विश्वभर में फैलेगी। टिमरू से इत्र और परफ्यूम तैयार करने के बाद राज्य सरकार के उपक्रम सगंध पौधा केंद्र ने सिनेमन व सुरई पर भी काम शुरू कर दिया है। साथ ही, सिनेमन (तेजपात) व सुरई के कृषिकरण पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है, ताकि इत्र, परफ्यूम व अन्य उत्पादों के लिए कच्चे माल की उपलब्धता सुलभ हो सके। इससे किसानों की आर्थिकी भी संवरेगी।

सगंध पौधा केंद्र की अत्याधुनिक प्रयोगशाला में राज्य के हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाने वाली झाड़ीनुमा वनस्पति टिमरू (जैंथोजाइलम आरमेटम) के बीज से तैयार इत्र और परफ्यूम इन दिनों चर्चा के केंद्र में है। डेस्टिनेशन उत्तराखंड: वैश्विक निवेशक सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह को यह भेंट किए गए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली लौटने के बाद टिमरू के इत्र व परफ्यूम के लिए फ्रांस की कंपनियों से टाइअप की संभावनाएं तलाशने का सुझाव उत्तराखंड शासन को दिया। इस दिशा में कसरत शुरू कर दी गई है।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री से मिली हौसला अफजाई से सगंध पौधा केंद्र की टीम भी गदगद है। सगंध पौधा केंद्र के निदेशक डा. नृपेंद्र चौहान के अनुसार केंद्र की अत्याधुनिक प्रयोगशाला में अब सिनेमन और सुरई से भी इत्र, परफ्यूम के अलावा औषधीय उत्पाद तैयार करने के दृष्टिगत शोध एवं विकास संबंधी कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं। प्रयास है कि जल्द से जल्द इनसे भी इत्र व परफ्यूम तैयार कर दिए जाएं। उन्होंने कहा कि इनसे बने इत्र व परफ्यूम को उत्तराखंड सिनेमन व उत्तराखंड सुरई नाम दिए जाएंगे।

डा. चौहान के अनुसार सिनेमन व सुरई का औषधीय महत्व भी है। इनसे परफ्यूम, इत्र के साथ ही औषधीय उत्पाद बनाने में कच्चे माल की कमी न हो, इसके लिए राज्य में मिशन तेजपात (सिनेमन) पहले ही प्रारंभ किया जा चुका है। इसके तहत इसके कृषिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। सुरई के कृषिकरण पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि परफ्यूम व इत्र का ट्रायल होने के बाद इसके लिए किसी बड़ी कंपनी से करार किया जाएगा। फिर यह बाजार में आएंगे और उत्तराखंड की सुगंध पूरे विश्व में फैलेगी।

अहम भूमिका निभा रही प्रयोगशाला

सगंध पौधा केंद्र की जिस अत्याधुनिक प्रयोगशाला में यह सब कसरत चल रही है, दो वर्ष पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया था। इसके सार्थक परिणाम भी दिखने लगे हैं। केंद्र को अब इत्र, परफ्यूम आदि के लिए टेस्टिंग और निर्माण के लिए अन्यत्र भटकना नहीं पड़ता। साथ ही, शोध कार्यों में तेजी आई है।