बैरागी कैंप में होने वाली भागवत कथा में अखाड़ा परिषद के दोनों गुटों के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज निरंजनी और श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज महानिर्वाणी के अलावा योग गुरु बाबा रामदेव आचार्य बालकृष्ण महाराज सहित हरिद्वार आयोध्या मथुरा काशी उज्जैन प्रयागराज से भी कई नामी संत शामिल होने वाले थे। वहीं अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हरिद्वार: दिगंबर अखाड़े के बुजुर्ग संत स्वामी पवित्र दास महाराज के लापता होने से ज्यादा उनके लापता होने के समय को लेकर संत जगत में कई तरह की चर्चाएं बनी हुई हैं। दरअसल, दिगंबर अखाड़े की ओर से 10 दिसंबर से श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन कराया जाना था।
करोड़ों के बजट वाले इस आयोजन का पूरा जिम्मा स्वामी पवित्र दास महाराज ने संभाला हुआ था। आयोजन के लिए विशालकाय पंडाल भी लगना शुरू हो गया था। कई राज्यों से भक्त-श्रद्धालु भी पहुंचने लगे थे, ऐसे में रहस्यमयी हालात में संत के लापता होने से कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
बैरागी कैंप में होने वाली भागवत कथा में अखाड़ा परिषद के दोनों गुटों के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज निरंजनी और श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज महानिर्वाणी के अलावा योग गुरु बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण महाराज सहित हरिद्वार, आयोध्या, मथुरा, काशी, उज्जैन, प्रयागराज से भी कई नामी संत शामिल होने वाले थे।
मशहूर कथावाचक महामंडलेश्वर विजय दास भैया जी को बुलाया गया था। अचानक संत के लापता होने से अखाड़े के संत व उनके शिष्य हैरत में है। बुधवार को स्वामी पवित्र दास के शिष्य मीडिया के सामने आकर इस बारे में अपनी बात रखने की तैयारी में है। वहीं, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महानिर्वाणी श्रीमहंत रविंद्र पुरी, महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्र दास, कोषाध्यक्ष महंत जसविंद्र सिंह सहित कई संतों ने लापता संत की जल्द बरामदगी की मांग की है।