Uttarakhand Tunnel Collapse सिलक्यारा सुरंग हादसे के बाद ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना से भी सुरंग विशेषज्ञ तथा कर्मचारियों को रेस्क्यू के लिए भेजा गया था। जिसमें ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना में काम कर रही मैक्स इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड के नौ अधिकारी व कर्मचारियों ने बड़ी भागीदारी निभाई। आज इनके अहम योगदान के लिए इन्हें सम्मानित किया गया। अधिकारियों ने श्रमिकों के जज्बे को सलाम किया।
ऋषिकेश। उत्तरकाशी के सिलक्यार में राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सुरंग में भूस्खलन के चलते फंसे 41 श्रमिकों के लिए चलाए गए रेस्क्यू अभियान में शामिल ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना के श्रमिकों को सम्मानित किया गया। श्रमिकों को शॉल पहनाकर उनको सम्मानित किया गया।
सिलक्यारा सुरंग हादसे के बाद ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना से भी सुरंग विशेषज्ञ तथा कर्मचारियों को रेस्क्यू के लिए भेजा गया था। जिसमें ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना में काम कर रही मैक्स इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड के नौ अधिकारी व कर्मचारियों ने बड़ी भागीदारी निभाई। कंपनी के यह कर्मचारी जहां सिलक्यारा में वर्टिकल व होरिजेंटल टनल के निर्माण में अपनी भूमिका निभा रहे थे, वहीं कुछ कर्मचारियों ने रेस्क्यू के लिए एयरपोर्ट पर पहुंची मशीनों को चढ़ाने उतरने तथा सिलक्यारा तक पहुंचाने में भागीदारी निभाई।
अहम योगदान के लिए किया गया सम्मानित
शनिवार को ढलवाला में रेल परियोजना की पहली टनल के कार्यस्थल पर मैक्स इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारियों को उनके अहम योगदान के लिए सम्मानित किया गया। जिनमें मैक्स इंफ्रा कंपनी के डीजीएम सीबी गौड़ा, फोरमैन विवेक कुंबले, क्रेन ऑपरेटर मदन लाल व सुखदेव, एक्सकैवेटर ऑपरेटर प्रदीप तोमर, हेल्पर प्रदीप भट्ट तथा रेजर गुरुनाम, राकेश व गुरप्रीत शामिल रहे।
टीम का काम काबिले तारीफ है
कंपनी के डीजीएम सीबी गौड़ा ने बताया कि सिलक्यारा टनल हादसे में उनकी पूरी टीम ने जिस शिद्दत से काम किया वह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर हम भी लंबी सुरंग का निर्माण कर रहे हैं। जिसमे सुरक्षा के साथ आपसी तालमेल को महत्व दिया जाता है। उन्होंने कहा कि इस तरह का तालमेल आने वाली चुनौतियों में काम आएगा। इस अवसर पर कंपनी की ओर से सभी रेस्क्यू कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि भी भेंट की गई।