उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से एक नई पहल शुरू करने की अपील की है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि किसी समारोह में अतिथियों को बुके की जगह बुक देने की परंपरा शुरू करनी चाहिए। सीएम धामी ने कहा कि बुके ही देना चाहते हैं तो फूल की एक कली देकर अपनी भावना व्यक्त करें। अगर आप मुझे पुस्तक भेंट करेंगे तो मुझे खुशी होगी।
चंपावत। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोगों से एक नई पहल शुरू करने की अपील की है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि किसी समारोह में अतिथियों को बुके की जगह बुक देने की परंपरा शुरू करनी चाहिए। इससे भावी पीढ़ी में ज्ञान का भंडार बढ़ेगा व दिमाग का पोषण होगा। पौधा भेंट करना भी बुके का विकल्प हो सकता है।
सीएम धामी ने कहा कि बुके ही देना चाहते हैं तो फूल की एक कली देकर अपनी भावना व्यक्त करें। अगर आप मुझे पुस्तक, पौधा या कली भेंट करेंगे तो मुझे खुशी होगी। शुक्रवार को जीजीआईसी परिसर में दूसरे टनकपुर पुस्तक मेले का शुभारंभ करते हुए धामी ने कहा कि प्रदेश में प्रतिवर्ष पुस्तक मेला आयोजित करने की परंपरा बन गई है। ज्ञान की यह परंपरा निरंतर आगे बढ़े। इससे नई पीढ़ी सीखेगी। साहित्यकारों व लेखकों को स्थान मिलेगा। प्रतिभा का प्रदर्शन होगा।
समाज को किताबों से बदला जा सकता है
सीएम धामी ने कहा कि विकृत होते समाज को किताबों से ही ठीक किया जा सकता है। पुस्तक मेले में उमड़ी भीड़ अच्छा संकेत है कि लोग जुड़ रहे हैं। आज इंटरनेट व तकनीक के युग के बावजूद पुस्तकों का विकल्प नहीं है। पुस्तक मेले को नशा नहीं किताब चुनें की थीम पर आयोजित किया गया है। पीएम नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेकर हमने 2025 तक उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया है। सभी के सामूहिक प्रयासों से समाज में सकारात्मक बदलाव आएगा।