Uttarakhand Weather उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई है। पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी जारी है। इसी बर्फबारी से पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाके में हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में अगले तीन दिन मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। मैदानी क्षेत्रों में कोहरा छाया रह सकता है।
HIGHLIGHTS
- उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड
- बर्फबारी से जमने लगे झरने
- पहाड़ों पर माइनस में पहुंचा तापमान
देहरादून। उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड पड़नी शुरू हो गई है। बर्फबारी के साथ-साथ अब पाले से सड़कें सफेद होने लगी हैं। पहाड़ों पर बर्फ की सफेद चादर बिछ गई हैं। इसी का नतीजा है कि पर्यटक पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। खैर बर्फबारी से तापमान माइनस में पहुंच गया है।
उत्तराखंड में शुष्क मौसम के बीच कहीं-कहीं आंशिक बादल भी मंडरा रहे हैं। जिससे ज्यादातर क्षेत्रों में तापमान सामान्य अधिक चल रहा है और दिन में कड़ाके की ठंड से राहत है। हालांकि, मैदानी क्षेत्रों में कोहरे का प्रकोप बढ़ने लगा है और पर्वतीय क्षेत्रों में पाला दुश्वारी बढ़ा रहा है।
घने कोहरे को लेकर अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, प्रदेश में अगले तीन दिन मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। मैदानी क्षेत्रों में कोहरा छाया रह सकता है। उधम सिंह नगर और हरिद्वार में घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। आगामी शनिवार को प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम करवट बदल सकता है। उत्तरकाशी, चमोली और रुद्रप्रयाग में चोटियों पर बर्फबारी के आसार हैं।
नए साल पर होगी कड़ाके की ठंड
गुजरते वर्ष की विदाई की बेला व नववर्ष का जश्न ठंडा पड़ सकता है। वर्ष की विदाई से ठीक पहले 29 या 30 दिसंबर के आसपास पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय के पास पहुंचने वाला है। इससे 29 दिसंबर से छिटपुट से व्यापक वर्षा व हिमपात की उम्मीद है, जो 30 व 31 दिसंबर को तेज होगी। इससे तापमान में भारी गिरावट आएगी और नए साल की पूर्व संध्या का जश्न थोड़ा ठंडा हो सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ की एंट्री से होगी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, निचले स्तर की पूर्वी हवाओं के साथ आने वाला ताजा पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड के साथ ही जम्मू-कश्मीर, हिमाचल को वर्षा व हिमपात दे सकता है। उत्तर भारत में अन्य स्थानों पर भी छिटपुट वर्षा देखी जा सकती है। इन राज्यों में वर्षा की तीव्रता अलग-अलग होने की संभावना है, पर्वतीय क्षेत्रों में भारी वर्षा की उम्मीद है।