Makar Sankranti 2024 उत्तरायण देवताओं का दिन होता है। मकर संक्रांति से शादी मुंडन नामकरण जनेऊ जैसे धार्मिक कार्य शुरू हो जाते हैं। इस वर्ष मांगलिक कार्यों की शुरुआत 15 जनवरी यानी मकर संक्रांति से शुरू हो जाएगी। सूर्य का उत्तरायण होना बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन गंगा नदी या पवित्र जल में स्नान करने का विधान है।
देहरादून। मकर संक्रांति के साथ आज से मांगलिक कार्यों के मुहूर्त शुरू हो जाएंगे। इस वर्ष 35 दिन शुभ मुहूर्त रहेंगे। जनवरी में आठ, फरवरी पांच, मार्च चार, अप्रैल दो दिन, जुलाई में तीन, नवंबर में चार, जबकि दिसंबर में पांच दिन शादी, मुंडन, नामकरण, जनेऊ आदि धार्मिक कार्यों के लिए शुभ रहेंगे। 23 अप्रैल से नौ जुलाई तक शुक्रास्त, जबकि 17 जुलाई से 23 नवंबर तक चातुर्मास होने से इस बीच अबूझ मुहूर्त पर ही मांगलिक कार्य होंगे।
उत्तराखंड विद्वत सभा के अध्यक्ष विजेंद्र प्रसाद ममगाईं के अनुसार, उत्तरायण देवताओं का दिन होता है। मकर संक्रांति से शादी, मुंडन, नामकरण, जनेऊ जैसे धार्मिक कार्य शुरू हो जाते हैं। इस वर्ष मांगलिक कार्यों की शुरुआत 15 जनवरी यानी मकर संक्रांति से शुरू हो जाएगी।
जप, तप, दान, स्नान का खास महत्व
स्नान, दान व ध्यान का पर्व मकर संक्रांति पर आज सूर्य भगवान धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। पंडित नीरज शास्त्री के अनुसार, मकर संक्रांति का देश में अपना विशेष महत्व है। इस दिन सूर्य उत्तरायण होते हैं, इसलिए इस दिन जप, तप, दान, स्नान, का खास महत्व है। धार्मिक मान्यता है जो भी इस दिन दान करता है, उसे सौ गुना बढ़कर वह वापस मिलता है। सूर्य का उत्तरायण होना बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन गंगा नदी या पवित्र जल में स्नान करने का विधान है।
ये हैं मांगलिक कार्य के दिन
- जनवरी – 15, 16, 17, 18, 20, 21, 30, 31
- फरवरी – 4, 14, 15, 26, 27
- मार्च – 2, 4, 5, 6
- अप्रैल – 18, 23, 25
- जुलाई – 9, 11,12, 15
- नवंबर – 18, 19, 22, 23
- दिसंबर – 4, 5, 6, 7, 11, 13