Dehradun news सहायक अभियंता ने साइबर थाना पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि एक व्यक्ति ने वाट्सएप के माध्यम से फोन किया। उसने खुद को जयपुर पुलिस में तैनात बताते हुए कहा कि बेटे ने किसी अधिकारी की बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है। बेटे को जेल जाने से बचाने के लिए उनसे 5.75 लाख रुपये की मांग की गई।
देहरादून। साइबर ठगों ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआइ) का इस्तेमाल कर जयपुर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्र की आवाज में उसके पिता को फोन किया, जो कि सहायक अभियंता हैं। फोन कर पौने छह लाख रुपये ठग लिए। मामले में प्रारंभिक जांच के बाद शनिवार को देहरादून के पटेलनगर कोतवाली में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।
पटेलनगर कोतवाली में तैनात निरीक्षक कमल कुमार लुंठी के अनुसार, कारगी चौक के पास त्रिनेत्र विहार में रहने वाले प्रेमपाल सिंह मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) में सहायक अभियंता हैं। उनका बेटा जयपुर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है।
वाट्सएप के माध्यम से किया फोन
प्रेमपाल ने पांच जनवरी को साइबर थाना पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि दो जनवरी को उनके मोबाइल नंबर पर एक व्यक्ति ने वाट्सएप के माध्यम से फोन किया। उसने खुद को जयपुर पुलिस में तैनात बताते हुए कहा कि उनके बेटे को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपित का कहना था कि बेटे ने अपने साथियों के साथ एक पार्टी में किसी अधिकारी की बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है। इस बातचीत के दौरान आरोपित ने उनके बेटे की आवाज भी सुनाई। इससे प्रेमपाल डर गए। इसके बाद आरोपित ने बेटे को जेल जाने से बचाने के लिए उनसे 5.75 लाख रुपये की मांग की।
बेटे के भविष्य की खातिर प्रेमपाल ने यह रकम आरोपित के बताए बैंक खाते में जमा कर दी। बाद में प्रेमपाल की पत्नी ने बेटे को फोन किया तो उसने बताया कि वह ठीक है और अपने हास्टल में है। छात्र ने अपने साथियों से भी उनकी बात करवाई। तब प्रेमपाल को पता चला कि उनके साथ साइबर ठगी हो गई है।