Friday, November 22, 2024

सेल्फ फाइनेंस्ड छात्रों के लिए राहत, इस राज्य में समाज कल्याण विभाग ने बढ़ाई छात्रवृत्ति के लिए आवेदन की तिथि

उत्तराखंड देहरादून

Uttarakhand News श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि से संबद्धता प्रमाण पत्र नहीं मिलने के कारण स्ववित्त पोषित संस्थानों के सैकड़ों पात्र छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति के लिए आवेदन नहीं कर पाए थे। इस मामले में आवाज उठाने पर समाज कल्याण विभाग हरकत में आया और समाज कल्याण सचिव बृजेश कुमार संत ने 31 जनवरी तक छात्रवृत्ति पोर्टल खुला रखने का आदेश जारी किया।

HIGHLIGHTS

  1. 15 को दैनिक जागरण ने समाज कल्याण विभाग की छात्रवृत्ति से सैकड़ों छात्र वंचित शीर्षक से प्रकाशित की थी खबर
  2. विभाग हरकत में आया, समाज कल्याण सचिव ने 31 जनवरी तक छात्रवृत्ति पोर्टल खुला रखने का आदेश किया जारी

 देहरादून। समाज कल्याण विभाग ने छात्रवृत्ति के लिए आवेदन की तिथि 31 जनवरी तक बढ़ा दी है। राजकीय, सहायता प्राप्त अशासकीय कालेज और स्ववित्तपोषित संस्थानों में पढ़ने वाले पात्र छात्र-छात्राओं के लिए यह खबर राहत देने वाली है। पहले यह तिथि 15 जनवरी तक ही निर्धारित थी।

इस संबंध में 15 जनवरी के अंक में दैनिक जागरण ने समाज कल्याण विभाग की छात्रवृत्ति से सैकड़ों छात्र आवेदन से वंचित शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी। जिसके बाद विभाग हरकत में आया और समाज कल्याण सचिव बृजेश कुमार संत ने 31 जनवरी तक छात्रवृत्ति पोर्टल खुला रखने का आदेश जारी किया।

आवेदन में आई क्या समस्या?

विदित रहे कि श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि से संबद्धता प्रमाण पत्र नहीं मिलने के कारण स्ववित्त पोषित संस्थानों के सैकड़ों पात्र छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति के लिए आवेदन नहीं कर पाए थे। इनके लिए उन्हें समाज कल्याण विभाग के पोर्टल पर आवेदन करना होता है।

आवेदन के समय आरक्षण का प्रमाण पत्र और जिस संस्थान में पात्र विद्यार्थी अध्ययनरत हैं उस संस्थान के संबद्धता प्रमाण पत्र की प्रतिलिप संलग्न करना आवश्यक है, लेकिन समाज कल्याण विभाग की ओर से छात्रवृत्ति पोर्टल बंद कर देने से सैकड़ों छात्र छात्रवृत्ति से वंचित रह रहे थे।

अब पोर्टल खुलने से छात्र-छात्राएं अपने-अपने संस्थानों पर दबाव बनाकर संबद्धता प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए 31 जनवरी तक आवेदन करना होगा। गौर हो कि पिछले वर्ष भी 14,422 पात्र छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति से वंचित रह गए थे। जिससे इन छात्रों को आर्थिक नुकसान हुआ है।

समाज कल्याण विभाग ने तो छात्र हित में संज्ञान ले लिया है। इसी प्रकार श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विवि और हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विवि को भी संज्ञान लेना चाहिए। जिन संबद्ध संस्थानों के संबद्धता मामले लंबित हैं, उन्हें तत्काल जारी कर देने चाहिए, ताकि पात्र छात्र-छात्राएं पोर्टल पर आवेदन कर सकें। केंद्र और राज्य सरकार का उद्देश्य गरीब एवं निर्धन एससी, एससी व ओबीसी के छात्रों को पढ़ाई जारी रखने के लिए यह छात्रवृत्ति दी जाती है। विवि प्रशासन और अधिकारी का उद्देश्य भी छात्र हित होना चाहिए। – डा. सुनील अग्रवाल, अध्यक्ष एसोसिएशन आफ सेल्फ फाइनेंस इंस्टीट्यूशंस