Mussoorie Police Encounter: इस सब घटनाक्रम में बदमाश शुभम को इतना वक्त मिल गया कि उसने न सिर्फ टैक्सी किराये पर ली बल्कि उसमें बैठकर कुठालगेट तक पहुंच गया। यहां तक आने में उसे तकरीबन 40 मिनट का समय लगा होगा।
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बदमाश को पकड़ने मसूरी के होमस्टे में गए पुलिसकर्मियों की कदम-कदम पर लापरवाही सामने आ रही है। दरोगा मिथुन कुमार को गोली लगने के बाद भी उन्होंने बदमाश शुभम पर गोली नहीं चलाई और घटना की सूचना भी काफी देरी से दी। कोल्हूखेत पहुंचकर देहरादून में अपने एसओ को सूचित किया। यदि दरोगा को गोली लगने के तुरंत बाद स्थानीय पुलिस को सूचना दे दी जाती तो शुभम को पहले ही घेरा जा सकता था।
इस सब घटनाक्रम में बदमाश शुभम को इतना वक्त मिल गया कि उसने न सिर्फ टैक्सी किराये पर ली बल्कि उसमें बैठकर कुठालगेट तक पहुंच गया। यहां तक आने में उसे तकरीबन 40 मिनट का समय लगा होगा।
शुभम को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमले में पुलिस कर्मियों की लापरवाही की चारों ओर निंदा हो रही है। अब इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है। इसमें साफ दिख रहा है कि कमरे के बाहर गलियारे में पुलिसकर्मी तैनात हो गए थे। लेकिन, किसी के हाथ में हथियार नहीं था। इसके बाद बाहर से कुंडी भी लगा दी गई। काउंटर के पास एक अन्य पुलिसकर्मी खड़ा हो गया जबकि मिथुन कुमार दरवाजे के बाहर खड़े हो गए।