Kotdwar News दो माह पूर्व नगर निगम ने गाड़ीपड़ाव में सब्जी मंडी निर्माण के लिए कार्य शुरू किया। इस क्रम में पूरे गाड़ीपड़ाव को खाली करवा कर वहां प्लेटफार्म बनाया गया। इस स्थान पर फल-सब्जी विक्रेताओं के लिए सौ फड़ लगाई जानी थी। इससे पहले कि फड़ निर्माण का कार्य शुरू होता राजनैतिक दवाब में इस कार्य को रुकवा दिया गया।
कोटद्वार। यूं लगता है मानो कोटद्वार नगर निगम ने गाड़ीपड़ाव में सब्जी मंडी निर्माण के नाम पर लाखों की लागत से प्लेटफार्म तो दिया। लेकिन, सब्जी विक्रेताओं के लिए फड़ तैयार करना भूल गई।
हालत यह है कि प्लेटफार्म बनने के दो माह बाद भी सब्जी मंडी में फड़ों का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। इधर, सब्जी मंडी के नाम पर बनाए गए प्लेटफार्म में इन दिनों मैक्स वाहनों की पार्किंग हो रखी है।
कोटद्वार में सब्जी विक्रेताओं के लिए गाड़ीपड़ाव में करीब अठारह लाख की लागत से तैयार किया जा रहा मंडी स्थल एक बार फिर खटाई में पड़ गया है।
राजनैतिक दबाव में रुका फड़ निर्माण कार्य
सूत्रों की मानें तो राजनैतिक दबाव के चलते निगम प्रशासन को गाड़ीपड़ाव में सब्जी मंडी निर्माण का कार्य अधर में रोकना पड़ा है। बताते चलें कि दो माह पूर्व नगर निगम ने गाड़ीपड़ाव में सब्जी मंडी निर्माण के लिए कार्य शुरू किया। इस क्रम में पूरे गाड़ीपड़ाव को खाली करवा कर वहां प्लेटफार्म बनाया गया। इस स्थान पर फल-सब्जी विक्रेताओं के लिए सौ फड़ लगाई जानी थी। इससे पहले कि फड़ निर्माण का कार्य शुरू होता, राजनैतिक दवाब में इस कार्य को रुकवा दिया गया।
बताया जा रहा है कि कार्य रुकवाने के पीछे यह तर्क दिया गया कि इस स्थान पर मल्टीस्टोरी भवन का निर्माण किया जाना है। यहां यह बताना बेहद जरूरी है कि मल्टीस्टोरी भवन के लिए न तो अभी कोई प्रस्ताव पास है और न ही शासन से इस कार्य के लिए कोई धनराशि अवमुक्त हुई है।
बताना यह भी जरूरी है कि गाड़ीपड़ाव में फल-सब्जी विक्रताओं के लिए प्रस्तावित शेड पूरी तरह अस्थाई बनाए जाने थे। स्पष्ट है कि यदि मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के लिए धनराशि स्वीकृत होती तो इस मंडी को हटा कर अन्यत्र शिफ्ट किया जा सकता था।
यह हो रही परेशानी
क्षेत्र में सब्जी मंडी न होने के कारण सब्जी व फल विक्रताओं ने गोखले मार्ग व पटेल मार्ग में कब्जा जमा दिया है। नगर निगम प्रशासन के साथ ही स्थानीय प्रशासन की ओर से दोनों स्थानों से फल-सब्जी विक्रेताओं को हटाने के लिए तमाम प्रयास किए जाते हैं। लेकिन, कोई फायदा नहीं होता।
प्रशासन ने इन फल-सब्जी विक्रेताओं को स्थाई ठौर मुहैया करवाने के उद्देश्य से गाड़ीपड़ाव में मंडी स्थल का निर्माण किया जा रहा था। लेकिन, राजनैतिक उठापटक के चलते मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
कोटद्वार नगर निगम सहायक नगर आयुक्त अजहर अली के अनुसार, ‘गाड़ीपड़ाव में फल-सब्जी मंडी निर्माण का कार्य शुरू किया गया था। लेकिन, बाद में इस कार्य को रोक दिया गया। इस स्थल पर मल्टीस्टोरी कांपलेक्स प्रस्तावित है।