गढ़वाल संसदीय क्षेत्र में लगातार सक्रियता क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर मुखर रहना और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का करीबी होना गणेश गोदियाल के पक्ष में गया। कांग्रेस ने गढ़वाल संसदीय सीट से पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोदियाल पर ही दांव खेलना उचित समझा। श्रीनगर क्षेत्र के पूर्व विधायक गणेश गोदियाल वर्ष 2019 में भी गढ़वाल संसदीय सीट से टिकट के दावेदार थे।
श्रीनगर क्षेत्र के पूर्व विधायक गणेश गोदियाल वर्ष 2019 में भी गढ़वाल संसदीय सीट से टिकट के दावेदार थे। तब पार्टी हाईकमान ने चुनाव के अवसर पर कांग्रेस में सम्मिलित हुए पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता मेजर जनरल भुवन चंद्र खंडूड़ी के पुत्र मनीष खंडूड़ी को टिकट दिया था।
उस दौरान भी पार्टी ने उन्हें मनीष को सहयोग देने को कहा, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया। वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट की दौड़ में मनीष खंडूड़ी और गणेश गोदियाल भी सम्मिलित रहे।
मनीष के कांग्रेस छोड़ने के बाद गोदियाल की राह हो गई आसान
मनीष के कांग्रेस छोड़ने के बाद गोदियाल की राह आसान हो गई। गढ़वाल सीट विभिन्न प्रकरणों के कारण चर्चा के केंद्र में रही। जोशीमठ में भूधंसाव हो या वनंतरा रिसार्ट की महिला कर्मचारी की हत्या का मामला, गोदियाल इन मुद्दों को लेकर मुखर रहे।
उन्होंने केदारनाथ मंदिर में सोने की परत चढ़ाने के मामले में भी बदरी-केदार मंदिर समिति को निशाने पर लिया। कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं से उनके अच्छे संबंध रहे।
वर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और संगठन के साथ भी उनका तालमेल ठीक माना जाता है। गोदियाल की यही सक्रियता गढ़वाल सीट पर टिकट के उनके दावे को मजबूत कर गई। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ करीबी संबंध के कारण गोदियाल पिछले कुछ समय से हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में भी उनके समर्थन में सक्रिय दिखाई दिए।
गढ़वाल संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने का अवसर देने के लिए केंद्रीय नेतृत्व एवं पार्टी के सभी नेताओं का हृदय से आभार। पार्टी कार्यकर्ता भाजपा सरकार को आईना दिखाने के लिए मजबूती से कार्य करेंगे। खुले दिल से जनता की अदालत में जाकर भाजपा के विरोध में जनता से समर्थन मांगा जाएगा। गणेश गोदियाल, पूर्व अध्यक्ष उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी
राजनीतिक सफर
2002 में पौड़ी के थलीसैंण विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। 2012 में श्रीनगर विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे। 2021 में कांग्रेस ने गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी। 2023 से गोदियाल कांग्रेस कार्यसमिति के विशेष आमंत्रित सदस्य हैं।