पर्वतीय जिलों में ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश के साथ बर्फबारी होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिले में बारिश व बर्फबारी का यलो अलर्ट जारी किया गया
है।
उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में बुधवार को भी मौसम बदला रहेगा। पर्वतीय जिलों में ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश के साथ बर्फबारी होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिले में बारिश व बर्फबारी का यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मंगलवार को प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में भी बारिश-बर्फबारी होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इसका असर मैदानी जिलों में भी देखने को मिला। मंगलवार को देहरादून का न्यूनतम तापमान एक डिग्री की कमी के साथ 12.6 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि, नई टिहरी का तापमान तीन डिग्री की कमी के साथ सात डिग्री रिकॉर्ड किया गया। पंतनगर का दो डिग्री की कमी के साथ 10.4 और मुक्तेश्वर का एक डिग्री की कमी के साथ 7.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बर्फबारी के बाद डोडीताल पहुंचा पहला ट्रैकिंग दल
बर्फबारी के बाद समुद्रतल से करीब 12 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित डोडीताल में साल का पहला सात सदस्यीय ट्रैकिंग दल पहुंचा। इससे पहले भारी बर्फबारी से ट्रैकर्स मांझी तक ही पहुंच पा रहे थे।
डोडीताल पहुंचे पहले दल ने बताया, वहां पर करीब डेढ़ किमी में फैली झील 90 प्रतिशत जमी हुई है। ट्रैकिंग व्यवसायी राजेश पंवार ने बताया, बीते सोमवार सुबह पुणे, राजस्थान और गुरुग्राम के सात सदस्यीय दल अगोड़ा से डोडीताल के लिए रवाना हुआ, जिसमें पांच पुरुष और दो महिला ट्रैकर्स शामिल थी। ट्रैक पर करीब सात किमी की दूरी ट्रैकर्स ने करीब तीन फीट बर्फबारी में तय की।
सोमवार शाम को इस वर्ष का पहला सात सदस्यीय ट्रैकर्स दल डोडीताल पहुंचा, जो मंगलवार को अगोड़ा लौट आया है। पंवार ने बताया, इससे पहले दो दलों ने इस वर्ष डोडीताल पहुंचने की कोशिश की थी, लेकिन भारी बर्फबारी के कारण वे मांझी तक ही पहुंच पाए। मांझी कैंप से डोडीताल की दूरी पांच किमी है। ट्रैकर्स दल के लीडर हार्दिक और लव रावत ने बताया, मांझी से डोडीताल तक अभी भी तीन फीट बर्फ जमा है।