Friday, November 08, 2024

Baba Tarsem Singh Murder: अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे सीएम पुष्‍कर सिंह धामी, नहीं रोक पाए अपने आंसू

उत्तराखंड देहरादून

Baba Tarsem Singh Murder प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कारसेवा पहुंचकर धार्मिक डेरा कार सेवा बाबा तरसेम सिंह के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर हत्या पर दुख जताया। बाबा तरसेम सिंह के पार्थिव शरीर को देखकर मुख्यमंत्री अपने आंसू नहीं रोक पाए। दो मिनट तक उनके पार्थिव शरीर के पास खड़े रहे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बाबा तरसेम सिंह को अपने अभिभावक के रूप में मानते थे।

Baba Tarsem Singh Murder: बाबा तरसेम सिंह के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे सीएम धामी, जताया शोक

संवाद सूत्र, नानकमत्ता : Baba Tarsem Singh Murder: प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कारसेवा पहुंचकर धार्मिक डेरा कार सेवा बाबा तरसेम सिंह के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर हत्या पर दुख जताया। इस दौरान कार सेवा परिसर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रही। सीएम धामी के सुबह से आने की खबर के चलते पुलिस प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए गए थे।

सीएम पुष्कर सिंह धामी नानकसागर में अस्थायी हेलीपेड पर उतरे और कार द्वारा कार सेवा डेरा पहुंचे। जहां बाबा तरसेम सिंह का पार्थिव शरीर संगत के लिए अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था, वहां पहुंचे। सीएम करीब चार बजे कारसेवा पहुंचे।

उन्होंने कड़ी सुरक्षा में जत्थेदार बाबा तरसेम सिंह के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन किए। उन्होंने कारसेवा के प्रमुख सेवादारों दिलबाग सिंह व दारा सिंह से घटनाक्रम की जानकारी ली। इस मौके पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, पूर्व विधायक प्रेम सिंह राणा, विधायक शिव अरोरा, जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, खतीब अहमद, राजपाल सिंह सुखदेव सिंह नामधारी आदि ने शोक संवेदना व्यक्त की।

सीएम नहीं रोक पाए अपने आंसू

बाबा तरसेम सिंह के पार्थिव शरीर को देखकर मुख्यमंत्री अपने आंसू नहीं रोक पाए। दो मिनट तक उनके पार्थिव शरीर के पास खड़े रहे। जिसके बाद धामी नमन करने आई संगत के बीच जाकर बैठ गए। कई बार उन्होंने अपने आंसुओं को छिपाने का प्रयास किया।

बाबा तरसेम को अपना अभिभावक मानते थे सीएम

प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बाबा तरसेम सिंह को अपने अभिभावक के रूप में मानते थे। यही कारण था कि विधायक बनने से पूर्व ही उनका दिवंगत बाबा के प्रति खासा लगाव था। खटीमा विधायक बनने के बाद से लेकर मुख्यमंत्री बनने तक के सफर में उन्होंने बाबा तरसेम सिंह से लगाव नही छोड़ा।

जब भी धामी अपने गृह क्षेत्र या नानकमत्ता आए तो बिना बाबा तरसेम सिंह के मुलाकात किए नहीं गए। यही कारण रहा कि मुख्यमंत्री बाबा की हत्या पर अपने को रोक नहीं पाए और सभी चुनावी कार्यक्रम छोड़ अपने अभिभावक को नमन करने चले आए।

बंद कमरे में अधिकारियों से सीएम ने ली घटना की जानकारी

मुख्यमंत्री ने बंद कमरे में आधा घंटा एसएसपी डा. मंजूनाथ टीसी से घटना की जानकारी ली और सुबह से अब तक पुलिस की ओर से आरोपितों को पकड़ने के लिए क्या रणनीति बनाई, उसकी जानकारी ली। एसएसपी ने सीएम धामी को बताया कि अपराधियों को पकड़ने के लिए टीम गठित कर दी गई है और हत्यारों को ट्रेस कर लिया गया है।

बाबा तरसेम के हत्यारे नही बख्शे जाएंगे : धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना को बेहद दुखद बताते हुए कहा कि बाबा तरसेम सिंह की हत्या करने वालों को किसी भी कीमत में बक्शा नहीं जाएगा। पाताल से भी पुलिस उन्हें ढूंढकर ले आएगी। साथ ही कहा कि घटना में जो भी शामिल होगा, उसके विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को जल्द पर्दाफाश करने के निर्देश दिए हैं।