लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड के रण में भाजपा-कांग्रेस के अलावा अन्य दलों के प्रत्याशी भी मैदान में उतरे हैं। सभी को चुनाव आयोग से जो चिह्न मिला है, उस पर मैदान में किस्मत आजमां रहे हैं।
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लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड के रण में 10 अन्य दलों के प्रत्याशी भी दम आजमां रहे हैं। इन दलों के अपने वादे और इरादे हैं। सभी ने जीत की उम्मीद के साथ मैदान में मेहनत तेज कर दी है।
राष्ट्रीय उत्तराखंड पार्टी ने टिहरी में प्रत्याशी उतारा है। भारतीय राष्ट्रीय एकता दल ने टिहरी, हरिद्वार, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) ने टिहरी, गढ़वाल, अल्मोड़ा, नैनीताल-ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार, अखिल भारतीय परिवार पार्टी ने गढ़वाल, नैनीताल-ऊधमसिंह नगर, सैनिक समाज पार्टी ने गढ़वाल, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) ने गढ़वाल, उत्तराखंड समानता पार्टी ने गढ़वाल हरिद्वार।
बहुजन मुक्ति पार्टी ने गढ़वाल व अल्मोड़ा, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी ने अल्मोड़ा, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी ने नैनीताल-ऊधमसिंह नगर में अपने प्रत्याशी उतारे हैं। इनमें से पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) ने टिहरी, गढ़वाल, अल्मोड़ा, नैनीताल-ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार पांचों सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। खास बात ये हैं कि ये केवल पंजीकृत दल हैं।
अभी चुनाव आयोग से इन्हें मान्यता नहीं मिली है, जिस वजह से इनका अपना कोई विशेष चुनाव चिह्न नहीं है। सभी को चुनाव आयोग से जो चिह्न मिला है, उस पर मैदान में किस्मत आजमां रहे हैं। सभी अपने गणित के हिसाब से अपनी जीत के दावे भी कर रहे हैं। वहीं, उत्तराखंड क्रांति दल ने राज्य में तीन लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। टिहरी लोकसभा में यूकेडी ने निर्दलीय प्रत्याशी को अपना समर्थन दिया है।