राख में घर का सामान ढूंढते रहे पीड़ित, उत्तराखंड के भाऊवाला में जलीं 93 झोंपड़ियां; 73 परिवारों पर टूटा दुखों का पहाड़
भाऊवाला में रविवार को आग लगने से 93 झोंपड़ियां व उनमें रखा घर का सारा सामान जलकर राख हो गया था। इससे झोंपड़ियों में रहने वाले श्रमिकों के 73 परिवारों के 250 सदस्य प्रभावित हुए हैं। आग लगने की घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड पुलिस व राजस्व प्रशासन की टीम देर रात तक मौके पर जमी रही।
भाऊवाला स्थित एक बस्ती में लगी आग बुझने के बाद सोमवार सुबह पीड़ित परिवार राख में घर का सामान ढूंढते नजर आए। प्रशासन द्वारा पीड़ित को उपलब्ध कराए तिरपाल पर परिवारों के सदस्य अपने मासूम के साथ डेरा जमाए दिखाई दिए। कुछ श्रमिक दिनभर अपनी झोंपड़ी को दोबारा से बनाने की कवायद में जुटे रहे।
भाऊवाला में रविवार को आग लगने से 93 झोंपड़ियां व उनमें रखा घर का सारा सामान जलकर राख हो गया था। इससे झोंपड़ियों में रहने वाले श्रमिकों के 73 परिवारों के 250 सदस्य प्रभावित हुए हैं। आग लगने की घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड, पुलिस व राजस्व प्रशासन की टीम देर रात तक मौके पर जमी रही। आग के दोबारा से सुलगने की आंशका के चलते देर रात तक फायर ब्रिगेड की टीम पानी डालकर राख को ठंडा करने में जुटी रही।
चारों तरफ राख ही राख
रातभर चली इस कवायद के बाद सोमवार की सुबह बस्ती क्षेत्र में चारो तरफ राख के सिवाए कुछ भी दिखाई नहीं दिया। आग से प्रभावित हुए परिवारों के सदस्य अपनी-अपनी झोंपड़ियों के स्थानों पर राख को उलट-पलट करके उसमें अपने घरों का सामान तलाश करते दिखाई दिए।
उधर, बस्ती में कुछ श्रमिक लकड़ी के सहारे अपनी झोंपड़ी को दोबारा से खड़ा करने के प्रयास में सुबह से जुटे रहे। उप जिलाधिकारी विनोद कुमार ने बताया आग से प्रभावित हुए परिवारों को तिरपाल व राशन आदि उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके साथ सही जो भी संभव हो सकेगा कार्रवाई की जाएगी।