Chamoli: मैं हूं ज्योतिष पीठ और द्वारकापीठ का शंकराचार्य…स्वामी प्रज्ञानानंद सरस्वती महाराज का दावा

उत्तराखंड चमोली

बदरीनाथ में आयोजित प्रेसवार्ता में स्वामी प्रज्ञानानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि यदि दोनों पीठों पर योग्य आचार्य आते हैं, तो वह पद छोड़ने को तैयार हैं।

स्वामी प्रज्ञानानंद सरस्वती महाराज ने दावा किया कि वह द्विपीठाधीश्वर हैं। उन्होंने खुद को ज्योतिष पीठ और द्वारकापीठ का शंकराचार्य बताया। उन्होंने रविवार को बदरीनाथ धाम के एक होटल में पत्रकारवार्ता में यह दावा किया।

उन्होंने कहा कि काशी के विद्वानों, काशी महासभा और अखाड़े के संतों के आग्रह पर उन्होंने दोनों पीठों के आचार्य का पद स्वीकार किया है। मेरा इस पद को प्राप्त करने का उद्देश्य अहंकार से मुक्त होकर धर्म का प्रचार करना है। यदि धर्म के लिए पद को त्यागना पड़ेगा तो पीछे नहीं हटेंगे।

यदि दोनों पीठों पर योग्य आचार्य आते हैं, तो वह पद को छोड़ने के लिए तैयार हैं। कहा, मेरा उद्देश्य सिर्फ धर्म का प्रचार करना और लोगों को धर्म से जोड़ना है। इस मौके पर सुरेंद्र दीक्षित, अशोक सती, अंजीत सिंह, विक्की कोठारी आदि मौजूद रहे।