Dehradun News: टीम को झेलना पड़ा जबरदस्त विरोध, पत्थरबाजी की कोशिश, पांच हिरासत में

उत्तराखंड देहरादून
कार्रवाई करने पहुंची निगम की टीम को बस्ती के लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। महिलाएं मकान में घुस गईं, जिसके बाद महिला पुलिसकर्मियों ने बड़ी मुश्किल मकान से बाहर उनको निकाला तब जाकर निगम की कार्रवाई शुरू हुई। इस दौरान पत्थरबाजी की भी कोशिश हुई। पुलिस ने विरोध करने वाले पांच लोगों को हिरासत में लिया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।

मकान तोड़े जाने का बस्ती के लोगों पहले से ही पता था। सुबह जब टीम मौके पर पहुंची तो लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। जैसे ही टीम गली में घुसी लोग टीम के सामने आ गए। निगम की टीम ने लोगों को समझाया, लेकिन नहीं माने। तब पुलिस ने बल प्रयोग कर लोगों को हटाना शुरू किया। इसके बाद बुलडोजर आगे बढ़ा। जब बुलडोजर मकानों के पास पहुंचा तो मकान में रह रहे लोगों ने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। निगम की टीम ने पुलिस की मदद से सभी को बाहर निकाला। टीम ने यह सुनिश्चित किया कि मकान पूरी तरह खाली हो गया है, उसी के बाद मकान को तोड़ा गया। मौके पर हंगामा करने वाले ऐसे पांच लोगों को पुलिस टीम ने हिरासत में ले लिया और उनको गाड़ी में बैठा लिया। शाम के समय हिरासत में लिए गए सभी लोगों को माफी मांगने पर चेतावनी देते हुए छोड़ दिया गया।

पुलिस नहीं बरतती सख्ती तो शुरू हो गया था पथराव

कार्रवाई करने पहुंची निगम की टीम कार्रवाई नहीं कर पाती, यदि पुलिस सख्ती नहीं बरतती। जिस समय मकानों को तोड़ा जा रहा था उसी दौरान किसी ने पत्थर उठाकर जेसीबी में मार दिया। तो पुलिस ने सख्ती बरतना शुरू कर दिया और लोगों को बल प्रयोग कर वहां से हटाया। यदि पुलिस सख्ती नहीं बरतती तो पत्थरबाजी की घटना गंभीर हो सकती थी।

काटनी पड़ी बिजली, तब की गई कार्रवाई
निगम की टीम ने मकानों पर बुलडोजर चलाने से पहले पूरी तैयारी की थी। इस दौरान सबसे पहले टीम ने सभी मकानों के विद्युत केबल को हटवाया, ताकि कार्रवाई के दौरान करंट ना लगे। उसके बाद कार्रवाई शुरू की गई।

आज जाखन में गरजेगा निगम का बुलडोजर

अतिक्रमण हटाने का यह अभियान जारी रहेगा। निगम के अनुसार आज जाखन क्षेत्र में रिस्पना नदी किनारे यह अभियान चलाया जाएगा। जाखन क्षेत्र में 31 मकान चिह्नित किए गए थे, जिनमें से 11 लोगों ने अपने कागजात पेश किए तो जो जांच में सही पाए गए थे, जिसके बाद मात्र 20 मकान अतिक्रमण की जद में रह गए थे। बाद में छह और लोगों ने दस्तावेज पेश किए जिसमें यह साबित हो गया कि ये मकान मार्च 2016 से पहले के बने है। इसलिए अब इस क्षेत्र में अब 14 मकान ऐसे है जिनको हटाया जाना है। आज इन पर कार्रवाई की जाएगी।