सार
Roorkee News: गोवंश संरक्षण की टीम रुड़की के माधाेपुर गांव में पहुंची थी। इसी दौरान वसीम निवासी सोहलपुर गाड़ा पुलिस को देखकर तालाब में कूद गया था। इससे उसकी मौत हो गई थी।
कांग्रेस के बड़े नेता बृहस्पतिवार को वसीम के घर सोहलपुर गांव पहुंचे। वहां उन्होंने सरकार और हरिद्वार पुलिस पर जमकर निशाना साधा। कांग्रेसियों ने वसीम की मौत के मामले में हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से जांच कराने की मांग की। साथ ही गांव के लोगों पर दर्ज मुकदमे झूठे बताए और उन्हें वापस लेने की मांग की।
बीते शनिवार की रात को गोवंश संरक्षण की टीम रुड़की के माधाेपुर गांव में पहुंची थी। इसी दौरान वसीम निवासी सोहलपुर गाड़ा पुलिस को देख कर तालाब में कूद गया था। इससे उसकी मौत हो गई थी। मामले में ग्रामीणों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया था और जमकर हंगामा किया था।
बृहस्पतिवार को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह आदि सोहलपुर गांव पहुंचे। यहां पर उन्होंने वसीम के परिजनों से बात की और घटना की जानकारी ली। सहारनपुर के सांसद इमराम मसूद ने पूर्व कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानंद पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें गोकशी तस्करों को गोली मारने के बयान नहीं देने चाहिए। उन्होंने पुलिस को उकसाने का प्रयास किया है। ऐसे बयान अराजकता को बढ़ावा देते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने वसीम के मौत के मामले को हत्या का बताया। उन्होंने कहा कि वसीम के मुंह पर चोट के निशान हैं जो पूरी कहानी बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब पुलिस उसे लेकर आ रही थी तो शर्ट पहनी थी। शव मिलने के दौरान उसके शरीर पर शर्ट नहीं थी। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की। साथ ही झूठे मुकदमे वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि भय माहौल बनाने वाले पुलिसकर्मियों को दंडित किया जाए। इस मामले में वह सीएम से भी मिले हैं।