प्रशासन निकाय चुनाव की तैयारियों में लगा हुआ है। सरकार के आदेश हैं कि अन्य पिछड़ा वर्ग का सर्वे कराया जाए। इसके चलते नगर निगम पिछले 10 दिनों से तैयारियों में लगा हुआ है।
वार्ड परिसीमन का काम पूरा होने के बाद अब नगर निगम के सामने ओबीसी सर्वे कराए जाने का रास्ता साफ हो गया। निगम अब 49 वार्ड में ही ओबीसी सर्वे कराएगा। इन वार्डों में भी टीमें उन इलाकों में जाएंगी, जिन्हें किसी वार्ड में या तो जोड़ा गया है या घटाया है।
सात दिनों के भीतर यह सर्वे पूरा कर रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी। भले ही प्रशासकों का कार्यकाल आगे बढ़ा दिया गया हो, लेकिन प्रशासन निकाय चुनाव की तैयारियों में लगा हुआ है। सरकार के आदेश हैं कि अन्य पिछड़ा वर्ग का सर्वे कराया जाए। इसके चलते नगर निगम पिछले 10 दिनों से तैयारियों में लगा हुआ है।
इसके लिए जोनल अधिकारी, सुपरवाइजर, प्रगणक की नियुक्ति पूर्व में करने के साथ उनको ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है। अब नगर निगम के वार्डों के परिसीमन की अंतिम सूची भी जारी हो चुकी है। इनमें 49 वार्डों में परिवर्तन किया गया है और 51 वार्डों को यथावत रखा गया है।
इस तरह किया जाएगा सर्वे
अभी हाल ही हुए वार्डों के परिसीमन के बाद 49 वार्डों का भूगोल बदला है, इन्हीं वार्डों को सर्वे में लिया जाएगा। उदाहरण के रूप में जैसे वार्ड-एक में से एक ब्लॉक को काटकर वार्ड दो में जोड़ा गया है, तो केवल इसी ब्लॉक में जाकर नगर निगम की टीम ओबीसी का सर्वे करेगी। उसके बाद जब इस ब्लॉक का सर्वे पूरा हो जाएगा। इस ब्लॉक में जो भी ओबीसी की आबादी सामने आएगी। उस आबादी को वार्ड-2018 के ओबीसी सर्वे के आंकड़ों में से वार्ड में घटाया या बढ़ाया जाएगा। बाकि 51 वार्डों को यथावत रखा जाएगा।