अल्मोड़ा : कोरोना महामारी के दो साल बाद अल्मोड़ा में एक बार फिर पर्यटकों की चहलकदमी बढ़ने लगी है। जिले में भारतीयों के साथ विदेशी पर्यटक भी पहुंचने लगे हैं। पर्यटन से जुड़े व्यवसाइयों को इस बार अच्छी खासी तादात में पर्यटकों के यहां आने की उम्मीद है।
कोरोना काल के बाद से पर्यटन धीरे धीरे पूरी तरह बंद हो गया था। इस व्यवसाय से जुडे़ लोगों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ा था। वहीं अब इस बार पर्यटकों की संख्या में हो रही वृद्धि को देखते हुए पर्यटन सीजन व्यवसाय अच्छा होने की आस जगी है। इस वर्ष मार्च माह में 8812 पर्यटक जिले में घूमने आ चुके हैं। जिनमें भारतीय पर्यटकों की संख्या 8751 है तो 61 विदेशी पर्यटक शामिल है। इसको देखकर विभाग का मानना है कि इस बार पर्यटकों की आवाजाही अच्छी रहेगी और पर्यटन व्यवसाय से जुडे़ लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
अगर पिछले तीन वर्षो के मार्च माह में जिले में आए पर्यटकों की संख्या काे देखें तो इस वर्ष मार्च माह में सबसे ज्यादा पर्यटक पहुंचे है। वर्ष 2020 में ये आंकड़ा 7551 रहा। जिसमें भारतीय पर्यटक 6742 एवं विदेशी 356 पर्यटक थे। वर्ष 2021 के मार्च माह में केवल 994 पर्यटक ही आए थे। जिसमें 970 पर्यटक भारतीय मूल के थे एवं 24 पर्यटक विदेशी थे। इस वर्ष अभी से पर्यटकों के आने के सिलसिले में वृद्धि होने लगी है। इससे पर्यटन व्यवसाय के उबरने की आस जगी है।
जिला पर्यटन अधिकारी अल्मोड़ा अमित लाेहनी ने बताया कि इस वर्ष गर्मी के बढ़ने और पहाड़ों में मौसम सुहावना होने के कारण पर्यटक आने लगे हैं। पर्यटकों के अधिक संख्या में पहुंचने से इस व्यवसाय से जुडें लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
Insightful piece
The failure of conventional medicine to effectively prevent and treat diabetes is most evident in the dangerous drugs it promotes, foremost of which is Avandia.
prices can be had by means of online opportunities to https://cilisfastmed.com/ cialis vs tadalafil from them.
Roughly 50 percent of people with deep vein thrombosis experience no symptoms at all.
What causes ED, and how can propecia indian pharmacy for less is to compare online prices from pharmacies
Sometimes sponsors of drug development programs establish expanded access protocols for treatment of patients who meet certain criteria for receiving an investigational drug but are unable to receive the product through already existing clinical trials.