देहरादून। दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक 12 साल के किशोर को सांप के काटने के 12 घंटे बाद परिजन लेकर पहुंचे। इससे पहले वह झाड़ फूंक कराते रहे। जब किशोर की जान पर बन आई तो उसे अस्पताल लाया गया, डाक्टरों ने उसे वेंटीलेटर पर रखकर जान बचाई। अब उसे वेंटीलेटर से हटाकर आईसीयू में रखा गया है।
बाल रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. अशोक कुमार ने बताया कि कालसी के एक 12 वर्षीय किशोर को उसके घर में रात करीब 12 बजे सोते समय काट लिया था। परिजन उसे झाड़ फूंक वाले के यहां ले गए। जब हालत बिगड़ने लगी तो अगले दिन करीब एक बजे उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। बेहोशी की हालत में किशोर को लाया गया, उसे वेंटीलेटर पर लिया गया। एक दिन उपचार के बाद अब शरीर मूवमेंट करने लगा है। डा. अशोक ने बताया कि उनके नेतृत्व में डा. आयशा इमरान और डा. राजन मोहन की टीम इलाज में जुटी रही। कहा कि सांप के काटने पर झाड़ फूंक न कराए। एक घंटे के भीतर अस्पताल लाया जाए तो बचने की संभावनाएं ज्यादा रहती है। सांप के काटने का इलाज उपलब्ध है, इस दौरान घबराएं नहीं। क्योंकि इससे हार्ट अटैक हो सकता है।
Buy direct from our online pharmacy. Your Buspar at a cheaper price?
Blood and blood product transfusions prior to 1992 very rare since 1992.