देहरादून। आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में जेल में बंद सेवानिवृत्त आइएएस राम बिलास यादव की पत्नी कुसुम बिलास को विजिलेंस ने इस मामले में सह आरोपित बनाया है।
उनके विरुद्ध अपराध के लिए दुष्प्रेरित करने और षड्यंत्र में शामिल होने (धारा-109) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए विजिलेंस ने कई बार बुलाया, लेकिन अब तक वह विजिलेंस के समक्ष पेश नहीं हुई हैं। ऐसे में विजिलेंस किसी भी समय उनकी गिरफ्तारी कर सकती है।
विजिलेंस ने 23 जून को राम बिलास यादव को किया था गिरफ्तार
आइएएस राम बिलास यादव को विजिलेंस ने 23 जून को गिरफ्तार किया था। विजिलेंस की पूछताछ में आरोपित राम बिलास यादव अपने दिलकश विहार रानीकोठी लखनऊ (उत्तर प्रदेश) स्थित आवास ‘गुडम्बा’ में संचालित जनता विद्यालय, नोएडा में खरीदी गई भूमि की रजिस्ट्री, गाजीपुर जिले में 10 बीघा जमीन, एफडी व बैंक खातों में जमा 70 लाख रुपये, पारिवारिक सदस्यों के बैंक खातों में जमा धनराशि व पारिवारिक खर्चों के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए और न ही कोई दस्तावेज प्रस्तुत कर सके।
यादव ने अधिकतर सवालों के जवाब में कहा कि संपत्ति के बारे में पत्नी कुसुम को ही जानकारी है। जांच में कुसुम के नाम करोड़ों की संपत्ति होने की जानकारी विजिलेंस को मिली है।
बेटा व बेटी को मिल सकती है क्लीन चिट
इस प्रकरण में यादव के बेटे व बेटी को विजिलेंस की ओर से राहत मिल सकती है। एसपी विजिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल ने बताया कि प्रकरण में उनके बेटे व बेटी की सीधे तौर पर कोई सहभागिता सामने नहीं आई है।
वहीं, राम बिलास यादव की पत्नी को कई बार पूछताछ के लिए बुलाया गया, लेकिन वह अपना पक्ष रखने के लिए उपस्थित नहीं हुईं। ऐसे में उनको सह आरोपित बनाया गया है।