उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले मे हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे है । यहाँ ओसतन हर दूसरे दिन सड़क हादसे मे एक व्यक्ति की मौत हो ही रही है । बावजूत इसके इन हादसों को रोकने के लिए सरकारी स्तर पर कोई पहल नहीं होरही है । अधिकतर हादसे रात के अंधरे मे घट रहे है ।
जनपद मे नवंबर का महिना हादसेां का माह साबित हो रहा है । बीते 17 दिनों मे 10 दुर्घटना हो चुकी है । जिसमे 9 लोगों को अपनी जान ग्वानी पड़ी जबकि 7 लोग भी घायल हुए है । सड़क हादसे का यह सिलसिला सराब कारोवरी भुवन गुँजयल की मौत से सुरू हुआ ।
बीते 11 नवंबर को चंडाक मार्ग पर पहला हादसा हुआ । तीन दिन बाद असकोट बगडीहाट के समीप हुआ वाहन दुर्घटनाग्रहस्त अंजू नबीयल की भी मौत हो गई। 17 नवंबर की रात एक जीप खाई मे जा गिरी । इस हादसे मे पाँच लोग घायल हुए । जोलजीवी झुलहाट मार्ग मे भी 19 नवंबर हादसा हुआ जिसमे दो लोगों की मौत हो गई । 22 नवंबर को नाचनी भसकोट मार्ग मे भी एक ब्यक्ति को अपनी जान ग्वानी पड़ी । थोक दो दिन बाद धारचूला कालिका मे पहाड़ी से गिरे पथ्थर ने दो लोगों का जीवन निघल गया ।
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