रुद्रप्रयाग नगर में एक हेलीकॉप्टर बारिश और कोहरे के बीच डेढ़ घंटे तक आसमान में चक्कर लगाता रहा। इस दौरान प्रशासन ने भी हेलीकॉप्टर के बारे में पड़ताल की लेकिन देर शाम तक जानकारी नहीं मिल पाई। हालांकि कयास लगाए जा रहे हैं कि हेलीकॉप्टर आपात लैंडिंग के लिए जगह तलाश रहा था जो मौसम खराब होने के कारण नहीं दिख सकी।
मंगलवार को अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे से रुद्रप्रयाग नगर में आसमान में एक स्लेटी रंग का हेलीकॉप्टर उड़ान भरता रहा। यह हेलीकॉप्टर पहले चक्कर में मुख्य बाजार के ऊपर से होते हुए संगम से लेकर जवाड़ी और वहां से पुनाड़ के ऊपर से घूमता रहा।
इसके बाद कलेक्ट्रेट से रतूड़ा की तरफ गया। वहां से हेलीकॉप्टर से पुनाड़ की तरफ काफी ऊंचाई पर गया। इसके बाद हेलीकॉप्टर घने कोहरे के बीच से भी गुजरा। करीब डेढ़ घंटे तक यह हेलीकॉप्टर पूरे क्षेत्र में आसमान में चक्कर लगाता रहा।
इमरजेंसी लैंडिंग के लगाए जा रहे कयास
कयास लगाए जा रहे हैं कि हेलीकॉप्टर का पायलट इमरजेंसी लैंडिंग के लिए प्रयास कर रहा था लेकिन सही जगह नहीं दिख पाने के कारण हेलीकॉप्टर निरंतर उड़ान भरता रहा। इधर, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि यह हेलीकॉप्टर किस कंपनी का है और कहां से यहां पहुंचा है इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। केदारनाथ यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा संचालित कर रही किसी भी हेली कंपनी का यह हेलीकॉप्टर नहीं है। यूकाडा से भी मामले में जानकारी मांगी गई है।
आधा घंटे ही चली हेली सेवा
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ में बर्फबारी व केदारघाटी में बारिश के कारण हेलीकॉप्टर सेवा सुबह छह से साढ़े छह बजे तक ही चल पाई। इसके बाद हेलीकॉप्टर सेवा दिनभर ठप रही। इससे पूर्व बीते सोमवार को भी पूरे दिनभर हेलीकॉप्टर की एक भी शटल नहीं हुई।