देहरादून। देहरादून-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के शुरू होने के महज पांच दिनों के अंदर विरोध शुरू हो गया है। विरोध के चलते रेल यात्रियों की मुसीबतें बढ़ सकती हैं। रेलवे से जुड़े कर्मचारियों का कहना है कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को चलाने को लेकर रेलवे विभाग कर्मचारियों के साथ भेदभाव कर रहा है।
नाॅर्दन रेलवे मेंस यूनियन देहरादून शाखा के पदाधिकारियों और सदस्यों ने सोमवार सुबह वंदे भारत ट्रेन के आगे विरोध प्रदर्शन किया। शाखा सचिव उग्रसेन सिंह ने कहा कि जब ट्रेन की प्राइमरी मेंटिनेंस देहरादून में है तो यहां लोको पायलेट से ही ट्रेन में कार्य करवाया जाए। नरेश गुरूंग ने कहा कि उद्वाटन यहां के कर्मचारियों से करवाया गया।
बाद में दिल्ली के लोको पायलेट से ट्रेन चलवाने के आदेश जारी दिए हैं। उन्होंने जब तक मांग पूरी नहीं होती, तब तक विरोध जारी रहेगा। उधर विरोध के बाद दिल्ली से आया स्टाफ जन शताब्दी से वापस लौट गया। कर्मचारियों का आरोप दिल्ली मंडल के कर्मचारी 40 पर्सेंट वीआईपी ट्रेनें चला रहे हैं। शताब्दी और जनशताब्दी ट्रेन भी दिल्ली के लोको पायलट चला रहे हैं। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक देहरादून के लोको पायलट से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को चलाने का आदेश नहीं आता तबतक कर्मचारी विरोध करेंगे।