Dehradun Crme: लोन की किश्त मांगी तो गुंडे भेजकर बैंक मैनेजर को उठवाया, दी जान से मारने की धमकी

उत्तराखंड देहरादून

सार

आरोप है कि मदन ने उनके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी और जान से मारने की धमकी दी। ढौंढियाल ने बताया कि अगले दिन वह बैंक शाखा में अपने केबिन में बैठे हुए थे। दोपहर के समय सात-आठ युवक गार्ड को धक्का देते हुए बैंक में घुस गए।

विस्तार

बैंक प्रबंधक ने लोन की किश्त चुकाने को फोन किया तो आईटीआई गुजराड़ा मान सिंह के इंस्ट्रक्टर (प्रोफेसरियल रैंक से नीचे का शिक्षक) ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। यही नहीं अगले दिन सात-आठ गुंडों को भिजवाकर बैंक प्रबंधक को शाखा से ही उठवा लिया गया। वहां हथियार के दम पर उनसे चार बार माफी मंगवाई गई। पीड़ित की शिकायत पर राजपुर थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

गुजराड़ा मान सिंह स्थित केनरा बैंक की शाखा के वरिष्ठ प्रबंधक सौरभ ढौंढियाल ने राजपुर थाने में दी शिकायत में बताया कि उन्होंने गत 21 जुलाई को आईटीआई गुजराड़ा के इंस्ट्रक्टर मदन नौटियाल को फोन कर लोन की किश्त जमा करने को कहा था।

आरोप है कि मदन ने उनके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी और जान से मारने की धमकी दी। ढौंढियाल ने बताया कि अगले दिन वह बैंक शाखा में अपने केबिन में बैठे हुए थे। दोपहर के समय सात-आठ युवक गार्ड को धक्का देते हुए बैंक में घुस गए। 

शोर सुनकर ढौंढियाल केबिन से बाहर आ गए। आरोप है कि उनमें से एक युवक ने कहा कि उसने 11 हत्याएं की हैं। एक और हत्या करने से उसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इसके बाद युवक जबरदस्ती उन्हें अपनी कार में बैठाकर ले गए। इस दौरान सभी कर्मचारी और ग्राहक यह सब देख रहे थे।

ढौंढियाल ने बताया कि युवक उन्हें आईटीआई में प्रिंसिपल के ऑफिस में ले गए। वहां मदन नौटियाल पहले से ही मौजूद था। आरोप है कि वहां पहुंचते ही नौटियाल ने उन्हें गालियां दीं। इस बीच एक युवक ने अपनी जेब से हथियार निकाला और नौटियाल से माफी मांगने को कहा। आरोपियों ने उनसे तीन-चार बार पैर पकड़कर माफी मंगवाई और पुलिस से शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी भी दी। एसओ राजपुर जितेंद्र चौहान ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

अप्रैल में लिया था पर्सनल लोन, नहीं चुकाई एक भी किश्त
आरोपी मदन नौटियाल ने केनरा बैंक से अप्रैल 2023 में 4.98 लाख रुपये का पर्सनल लोन लिया था। इसकी उसने अभी तक एक भी किश्त नहीं चुकाई थी। बैंक उस पर लगातार किश्त अदा करने का दबाव बना रहा था।