19 जुलाई को पिटकुल के झाझरा स्थित सब स्टेशन में अचानक फॉल्ट आने से करीब तीन मिनट तक आग लगी थी। मामले में सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम ने पावरग्रिड को जांच सौंपी थी। पावरग्रिड विशेषज्ञों ने जांच में पाया कि झाझरा सब स्टेशन में सुरक्षा संबंधी सभी व्यवस्थाएं तो उपलब्ध थीं लेकिन फॉल्ट के वक्त उन्होंने काम ही नहीं किया।
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पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन ऑफ उत्तराखंड लिमिटेड(पिटकुल) के झाझरा स्थित 220 केवी सब स्टेशन में फॉल्ट के वक्त सुरक्षा उपकरणों ने काम नहीं किया। इससे भारी नुकसान हुआ। पावर ग्रिड(पीजीसीआईएल) की जांच रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है।
पावर ग्रिड ने सब स्टेशन मेंटिनेंस, इंजीनियरिंग स्कीम में सुधार, निगरानी तंत्र व कैपेसिटी बिल्डिंग संबंधी सुझाव भी दिए हैं। 19 जुलाई को पिटकुल के झाझरा स्थित सब स्टेशन में अचानक फॉल्ट आने से करीब तीन मिनट तक आग लगी थी। सेलाकुई औद्योगिक क्षेत्र समेत आसपास के प्रेमनगर, गणेशपुर, बिधौली, पौंधा, रामपुर, शिमला बाईपास, सुद्धोवाला, झाझरा, सेलाकुई में बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी। मामले में सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम ने पावरग्रिड को जांच सौंपी थी।
पावरग्रिड विशेषज्ञों ने जांच में पाया कि झाझरा सब स्टेशन में सुरक्षा संबंधी सभी व्यवस्थाएं तो उपलब्ध थीं लेकिन फॉल्ट के वक्त उन्होंने काम ही नहीं किया। फॉल्ट आने के बाद जो लाइन चंद सेकेंड में ट्रिप होनी चाहिए थी, वह तीन मिनट के बाद ट्रिप हुई थी।