Uttarkashi Tunnel Collapse सिलक्यारा सुरंग में हुए हादसे को लेकर श्रमिकों के मन में सुरंग में काम करने को लेकर असुरक्षा का भाव बना हुआ है। सिलक्यारा सुरंग का निर्माण कर रही नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी कर रही है। सुरंग हादसे के बाद कंपनी ने श्रमिकों के लिए दो-दो माह का बोनस देने की घोषणा की है। क्या कंपनी के वादों से श्रमिक मान जाएंगे।
उत्तरकाशी। सिलक्यारा सुरंग में हुए हादसे को लेकर श्रमिकों के मन में सुरंग में काम करने को लेकर असुरक्षा का भाव बना हुआ है। कई श्रमिक सिलक्यारा छोडकर घर वापस लौट गए हैं। भले ही नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी श्रमिकों में विश्वास जगाने में जुटी हुई है। जिससे श्रमिक जल्द ही काम पर लौटें और परियोजना का कार्य पूरा हो सकते।
भले ही अभी सिलक्यारा की ओर से सुरंग निर्माण का कार्य शुरू करने में लंबा समय लगेगा। सिलक्यारा सुरंग का निर्माण कर रही नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी कर रही है। सुरंग हादसे के बाद कंपनी ने श्रमिकों के लिए दो-दो माह का बोनस देने की घोषणा की है। इसके अलावा जो श्रमिक सुरंग के अंदर फंसे थे उन श्रमिकों के लिए दो-दो लाख की सहायता राशि दे दी है। इसे श्रमिकों के मन में बैठे डर को दूर करने, कंपनी के प्रति विश्वास जगाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
श्रमिकों को मना रही है नवयुग कंपनी
भले कंपनी ने इस बात को साफ किया है कि ठेकेदार के माध्यम से जो श्रमिक कार्यरत हैं और जो श्रमिक खोज बचाव कार्य में लगे रहे उन्होंने कंपनी प्रोत्साहन राशि देगी। यह राशि कितनी होगी इसको लेकर अभी तक कंपनी ने कोई खुलासा नहीं किया किया। नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी ने इस बात को भी साफ नहीं किया है कि कंपनी में पंजीकृत कितने श्रमिक हैं। ठेकेदार के माध्यम से कितने श्रमिक कंपनी में कार्यरत है। श्रमिकों के अनुसार सुरंग निर्माण में सबसे अधिक श्रमिक ठेकेदार के माध्यम से ही लगे हुए हैं।
श्रमिकों ने की ये मांग
श्रमिकों की मांग है कि सुरंग में सुरक्षा के साथ उनके लिए अन्य सुविधाएं भी दी जानी चाहिए। सिलक्यार सुरंग में हुई घटना के बाद से श्रमिकों के मन में असुरक्षा का भाव है। 41 श्रमिकों के सुरंग में फंसने की घटना ने सभी को हैरान किया है।
सुरंग के अंदर काम के दौरान नहीं है सुरक्षा
श्रमिकों का कहना है कि सुरंग के अंदर काम कर करने के दौरान सुरक्षा की समुचित व्यवस्था नहीं है। नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश पंवार कहते हैं कि कंपनी के श्रमिकों को दो माह का बोनस देने और खोज बचाव अभियान में ठेकेदार के माध्यम से लगे श्रमिकों को कंपनी प्रोत्साहन राशि देगी। श्रमिकों के मन में किसी तरह का डर का भाव नहीं है, सभी श्रमिक काम करने के लिए तैयार हैं।