Corona New Variant देश में कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 की दस्तक के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी समेत निजी अस्पतालों के लिए भी अलर्ट जारी कर दिया था। लेकिन दून में सामने आए कोरोना के दो मामलों में निजी अस्पतालों का रवैया असहयोगात्मक रहा। कोरोना पॉजिटिव मिलने पर उन्हें भी दून मेडिकल भेज दिया गया।
देहरादून। Corona New Variant: निजी अस्पताल कोरोना संक्रमितों के इलाज से कतरा रहे हैं। देश में कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 की दस्तक के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी समेत निजी अस्पतालों के लिए भी अलर्ट जारी किया था। लेकिन दून में सामने आए कोरोना के दो मामलों में निजी अस्पतालों का रवैया असहयोगात्मक रहा। मरीज को उपचार देने के बजाय उन्होंने उसे सरकारी अस्पताल भेज दिया।
अब तक दून में कोरोना के दो मामले मिले हैं। इनमें चकराता रोड निवासी 77 वर्षीय बुजुर्ग मैक्स अस्पताल में भर्ती थे। जिनकी रिपोर्ट पाजिटिव आते ही उन्हें दून मेडिकल कालेज भेजे जाने की तैयारी होने लगी। यह अलग बात है कि उनकी बेटी स्वयं चिकित्सक हैं, जो अपने पिता को स्वेच्छा से घर ले गईं। उनका होम आइसोलेशन में उपचार चल रहा है। वहीं, कोरोना पॉजिटिव मिली 72 वर्षीय बुजुर्ग का उपचार सिटी हार्ट सेंटर में चल रहा था।
कोरोना पॉजिटिव मिलने पर भेजा गया दून मेडिकल
कोरोना पॉजिटिव मिलने पर उन्हें भी दून मेडिकल भेज दिया गया। माना जा रहा है कि निजी अस्पताल नहीं चाहते कि कोरोना संक्रमण की आशंका से उनकी ओपीडी, आइपीडी प्रभावित हो। जिस कारण वह कोरोना संक्रमित को अपने यहां भर्ती रखने में कतरा रहे हैं।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार का कहना है कि सरकारी अस्पताल कोरोना संक्रमितों को उपचार देने में पूर्णत: सक्षम हैं। उन्हें बेहतर से बेहतर उपचार दिया जाएगा। फिर भी कोई निजी अस्पताल जानबूझकर ऐसा कर रहा है तो वह गलत है।