उत्तराखंड के लालतप्पड़ में साल 2017 में हुए किडनी कांड के आरोपी अक्षय राउत को पुलिस ने असम से गिरफ्तार कर लिया है। अक्षय राउत 20 हजार रुपये का ईनामी आरोपी था। अक्षय के पिता और किडनी कांड का सरगना अमित राउत इसी मामले में पहले से ही देहरादून की सुद्धोवाला जेल में बंद है।
इस मामले को उस समय लालतप्पड़ चौकी प्रभारी भुवन पुजारी ने पकड़ा था। आरोपी अस्पताल की आड़ में लोगों को लालच देकर किडनी निकाल लेते थे। सामने आया था कि अस्पताल में अवैध रूप से अमीरों का किडनी प्रत्यारोपण कराया जाता था। बताया जा रहा है कि एसएसपी दोपहर को इस मामले में प्रेसवार्ता कर मामले का खुलासा करेंगे।
चिकित्सक दंपती पहले ही हो चुके गिरफ्तार
इस मामले में आरोपी डॉ.संजय और उसकी पत्नी डॉ.सुषमा पहले ही साल 2017 में गिरफ्तार हो चुके हैं। उस वक्त पुलिस ने अक्षय के पिता अमित राउत समेत करीब 12 लोगों को गिरफ्तार किया था। अक्षय राउत तभी से फरार चल रहा था। सामने आया था कि बिहार के इस दंपती ने नेपाल से एमडी की डिग्री ली थी।
अस्पताल की आड़ में जब किडनी निकालने और ट्रांसप्लांट करने के खेल का भंडाफोड़ किया था। तब मौके पर तीन लोग मिले थे, जिनमें से एक की किडनी निकाली जा चुकी थी। डॉ.संजय ने बताया था कि किडनी की खरीद-फरोख्त के सरगना डॉ.अमित से उसकी मुलाकात 2017 में ही हुई थी। उसके बुलावे पर वो पत्नी डॉ.सुषमा के साथ दो बार ही अस्पताल आया था। इस दौरान पति-पत्नी ने आठ ऑपरेशन में हिस्सा लिया था।
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