देहरादून: नगर निगम में मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर सोमवार सुबह डा. अविनाश खन्ना की नवीन तैनाती विवादों में घिर गई है। डा. खन्ना के पदभार लेने व पुराने अधिकारी के तबादले को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग में शिकायत की है। आरोप है कि सरकार ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर यह नवीन तैनाती की है।
नगर निगम दून में मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। शासन के आदेश पर निगम में उक्त पद पर भेजे गए डा. अविनाश खन्ना को पहले तो निगम प्रशासन ने चार्ज ग्रहण करने नहीं दिया, मगर आचार संहिता लागू होने के दो दिन बाद सोमवार सुबह नवीन तैनाती दे दी गई। इससे पहले मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी की जिम्मेदारी देख रहे डा. कैलाश जोशी को रिलीव कर स्वास्थ्य महानिदेशालय में मूल तैनाती पर भेज दिया गया। आचार संहिता प्रभावी होने के उपरांत हुए इस फेरबदल को कांग्रेस ने मुद्दा बना चुनाव आयोग में दस्तक दी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व दर्जाधारी अशोक वर्मा ने राज्य सरकार पर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया है। शिकायत में वर्मा ने कहा कि सरकार ने नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारियों के दो बार तबादले किए, मगर बाद में रोक दिए। अब आचार संहिता लागू होने के बाद निगम ने पुराने अधिकारी को रिलीव कर नए अधिकारी को चार्ज दे दिया है।
बता दें कि, डा. खन्ना ने शुक्रवार और शनिवार को चार्ज लेने की कोशिश की थी लेकिन निगम प्रशासन अड़ा रहा। इस बारे में नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला ने महापौर से चर्चा के बाद चार्ज देने को कहा था पर नगर आयुक्त के शनिवार को हरी झंडी देने के बावजूद डा. खन्ना को चार्ज नहीं मिला। मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी के पद पर डा. कैलाश जोशी तैनात थे, जो स्वास्थ्य महानिदेशालय में संयुक्त निदेशक की भी जिम्मेदारी देख रहे हैं।