नई सोच: ‘अब्बा न होते तो मुश्किल होता संस्कृत पढ़ना’…जानें कौन है रजिया, जिन्हें मिलेगी ये बड़ी जिम्मेदारी

सार रजिया के अब्बा मोहम्मद सुलेमान देवबंद विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे। उन्होंने कुरान शरीफ का हिंदी में अनुवाद किया था। वह चाहते थे कि रजिया इसका संस्कृत में अनुवाद करूं। पढ़ाई के दौरान शुरुआत में संस्कृत पढ़ता देख रजिया को लोग कहते थे कि संस्कृत पढ़कर पंडिताई करेगी, लेकिन रजिया शिक्षिका बनना चाहती थी। विस्तार […]

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