Uttarakhand: शिव-पार्वती के विवाह स्थल त्रियुगीनारायण का होगा जीर्णोद्धार, प्राचीन कुंड किए जाएंगे संरक्षित
सार रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग पर जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग से 83 किमी दूर त्रियुगीनारायण मंदिर का अपना विशेष महत्व है। इस स्थान पर भगवान शिव और पार्वती का विवाह हुआ था, जिसकी साक्षी यहां अखंड ज्योति है जो तीन युगों से अनवरत जल रही है। विस्तार शिव-पार्वती की विवाह स्थली त्रियुगीनारायण को तीर्थाटन डेस्टिनेशन के रूप में […]
Continue Reading