मिसाल: राम नाम ने बदली तकदीर… हाथ नहीं थे फिर भी रखा हौसला, पैरों से पेंटिंग बनाकर नजीर बन गई अंजना
लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती…,सोहनलाल द्विवेदी की यह पंक्ति अंजना पर सटीक बैठती है। हाथ नहीं है तो वह पैरों से पेंटिंग बनाती हैं। उनका यह हौसला अन्य लोगों के लिए मिसाल बना हुआ है। इसी हौसले से वह अपने परिवार का भरण पोषण कर रही हैं। […]
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