उत्तराखंड: एनजीआरआई की रिपोर्ट में हुआ खुलासा, दो महीने में छह सेमी से एक मीटर तक धंसा जोशीमठ

सार एनजीआरआई की जोशीमठ में भू-वैज्ञानिक और भू-तकनीकी के आधार पर प्रस्तुत रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां की चट्टानें और उसमें मौजूद मिट्टी या दूसरे कण पूरे जोशीमठ में एक समान नहीं हैं, इसकी अधिकतम मोटाई नालों और नालों के आसपास देखी गई है। विस्तार जोशीमठ में सबसे अधिक भू-धंसाव दिसंबर 2022 से […]

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