भगवान के दर्शन को खुले मंदिरों के कपाट, कोरोना के चलते करीब दो महीनों से थे बंद

उत्तराखंड देहरादून

देहरादून। करीब ढाई माह के बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों के कपाट खुल गए हैं। सिद्धपीठ मां डाट काली, टपकेश्वर महादेव मंदिर, झाझरा स्थित श्री सिद्ध हनुमान मंदिर बालाजी धाम, राजपुर रोड स्थित साईं मंदिर में श्रद्धालु किसी भी समय दर्शन कर सकते हैं। हालांकि, यहां भव्य भंडारा और धार्मिक आयोजन करवाने को प्रशासन की अनुमति लेनी होगी। वहीं, मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं से मंदिर में प्रवेश करने पर मास्क और सैनिटाइजर के उपयोग के साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करने की अपील की है।

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मंदिर प्रबंध समिति ने मंदिरों के कपाट बंद कर दिए थे। सिर्फ पंडित ही सुबह व शाम पूजा कर रहे थे। अब कोविड- कफ्र्यू में ढील मिलने के बाद मंदिरों के कपाट भी श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए हैं। देहरादून की बात करें तो यहां पर 260 मंदिर हैं। इनमें 600 पंडित नित्य पूजा करते हैं।

मां डाटकाली मंदिर के श्री महंत रमन प्रसाद गोस्वामी ने बताया कि बीते शनिवार से मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए हैं। कोरोना के खात्मे, परिवार की सुख समृद्धि की कामना और नए वाहन लेकर श्रद्धालु मंदिरों में आ रहे हैं। भंडारे का आयोजन प्रशासन की अनुमति के बाद किया जाएगा।

झाझरा स्थित श्री सिद्ध हनुमान मंदिर बालाजी धाम के अध्यक्ष भीम सिंह पुंडीर ने कहा, बीते रविवार को मंदिर को सैनिटाइज किया गया। इसके बाद दर्शन के लिए कपाट खोल दिए गए हैं। इस महीने कई बड़े धार्मिक आयोजन होने थे, लेकिन कोरोनाकाल के चलते फिलहाल सूक्ष्म रूप में ही होंगे।

जंगमेश्वर और टपकेश्वर महादेव मंदिर के श्री 108 महंत कृष्णा गिरी महाराज ने बताया कि प्रशासन की गाइडलाइन का पूर्ण पालन करवाया जाएगा। श्रद्धालुओं की आस्था भी बनी रहेगी। इन बातों को ध्यान में रखा जाएगा। श्रद्धालु सुबह चार बजे अभिषेक से शाम आरती होने तक मंदिर में भगवान के दर्शन कर सकते हैं।

राजपुर रोड स्थित साईं मंदिर के पंडित विनोद कुमार का कहना है कि कोविड कर्फ्यू के दौरान मंदिर के कपाट बंद थे। हालांकि, मंदिर के भीतर नित्य पूजा करवाई जा रही थी। इस समय श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने आ सकते हैं। श्रद्धालुओं से मास्क पहने और सैनिटाइजर का उपयोग करने के साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करने की अपील की जा रही है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *