माणा पास को साइकिल से नापने निकले राहुल, आज तक किसी ने भी साइकिल से नहीं नापी यह ऊंचाई

उत्तराखंड चमोली

गोपेश्वर। चमोली के पांडुकेश्वर निवासी माउंटेन ट्रैक्स कंपनी के सीईओ राहुल मेहता बदरीनाथ धाम से एक और दुर्लभ और साहसिक माणा दर्रा साइकिल अभियान पर निकले हैं। मंगलवार को स्थानीय निवासियों ने उन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। माणा पास चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र में भारत-चीन सीमा पर स्थित हिमालय का एक प्रमुख दर्रा है। यह बदरीनाथ से आगे बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग का अंतिम छोर है।

बीते वर्ष हिडन पास गुप्तखाल ट्रैक पार कर इंडिया बुक आफ रिकार्ड में नाम दर्ज करा चुके राहुल अब दुनिया के दूसरे सबसे ऊंचे (18399 फीट) मोटरेबल मार्ग को नापकर अपने नाम एक और एडवेंचर रिकार्ड दर्ज कराने जा रहे हैं। राहुल जिस अभियान पर निकले हैं, आज तक इस ऊंचाई को किसी ने भी साइकिल से नहीं नापा। समुद्रतल से 5545 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस दर्रे को माना ला, चिरबितया व डुंगरी ला नाम से भी जाना जाता है।

इसी दर्रे से कैलास-मानसरोवर को जोडऩे वाला मुख्य मार्ग भी गुजरता है। माणा पास सामरिक दृष्टि से अति संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्र है। यहां जिला प्रशासन की ओर से निर्गत इनर लाइन परमिट के बगैर प्रवेश निषिद्ध है। राहुल मेहता इससे पूर्व बदरीनाथ से कन्याकुमारी, पंचकेदार और सतोपंथ स्वर्गारोहिणी की यात्रा भी साइकिल से कर चुके हैं।

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