लोहाघाट : 16 अगस्त को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आइटीबीपी बस हादसे में बलिदान हुए चंपावत जिले के देवीधुरा पखोटी गांव निवासी सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचने वाला है। तिरंगे से सजे वाहन समेत दर्जनों वाहन के साथ स्वजन और क्षेत्र के लोग कनवाड़ बैंड पर प्रतीक्षा कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि पार्थिव शरीर बाई रोड पहुंचने वाला है।
चंपावत जिले के देवीधुरा पखोटी गांव निवासी सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल बीते दिनों जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आइटीबीपी बस हादसे में घायल हो गए थे। उनकी उम्र 50 साल थी। श्रीनगर के अस्पताल में अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था। सोमवार रात 11 बजे इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
नंदन सिंह चम्याल के पार्थिव शरीर को जम्मू से सुबह हेलीकाप्टर से दिल्ली लाया गया। जिसके बाद बाईरोड देवीधुरा लाया गया। देर रात से हो रही बारिश के चलते पार्थिव शरीर के गांव पहुंचने में वक्त लग गया। उनके पुत्र से फोन पर बताया कि अब पहुंचने वाला है।
अरुणाचल प्रदेश के चौथी बटालियन में तैनात नंदन सिंह डेढ़ माह पूर्व अमरनाथ यात्रा ड्यूटी पर गए हुए थे। बीते सोमवार की देर रात उनके शहीद होने की खबर मिलते उनके घर में लोगों का तांता लग गया। सूचना के बाद गांव में कोहराम मचा है।
पिथौरागढ़ के दिनेश सिंह बोहरा भी हो गए थे शहीद
बीते दिनों जम्मू कश्मीर के पहलगाम के पास चंदनवाणी में हुए आइटीबीपी बस हादसे में पिथौरागढ़ के भुरमुनी गांव निवासी जवान दिनेश सिंह बोहरा बलिदान हो गए थे।
अमरनाथ यात्रा ड्यूटी में थे तैनात
शहीद जवान दिनेश बोहरा पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से करीब 16 किमी दूर स्थित भुरमुनी गांव के निवासी थे। आइटीबीपी की चौथी बटालियन में तैनात दिनेश वर्तमान में अरुणाचल प्रदेश में तैनात थे। अमरनाथ यात्रा में ड्यूटी के लिए जम्मू कश्मीर में तैनात थे।