हरिद्वार : ज्वालापुर सीट से भाजपा के पूर्व विधायक व रविदासाचार्य सुरेश राठौर ने श्री गुरु रविदास अखाड़ा गठित करने की घोषणा की है।
सुरेश राठौर खुद इस अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे। जबकि भ्रष्टाचार के आरोप में विजिलेंस जांच का सामना कर रहे पूर्व डीएफओ किशन चंद ने भी संन्यास की तरफ कदम बढ़ाए हैं।
रविदासाचार्य ने किशन चंद को अखाड़े का महामंत्री बनाया है। सूरजभान कटारिया को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व डा. योगेंद्र सिंह को राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है।
विश्व के प्राचीनतम धर्म सनातन धर्म का गरिमामय इतिहास
भूपतवाला स्थित गंगा स्वरूप आश्रम में आयोजित श्री रविदास कथा के समापन पर पत्रकार वार्ता के दौरान श्री गुरु रविदास अखाड़ा के गठन की घोषणा करते हुए रविदासाचार्य सुरेश राठौर ने कहा कि विश्व के प्राचीनतम धर्म सनातन धर्म का गरिमामय इतिहास है। सनातन धर्म में अनेक सिद्ध तपस्वी, मनस्वी व आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत संत महात्मा व ऋषि हुए हैं।
सनातन धर्म का वैदिक काल समानता का प्रतीक व सामाजिक भेदभाव एवं विषमताओं से मुक्त है। उन्होंने कहा कि देश में वंचित वर्ग अनुसूचित जाति व जनजाति की आबादी देश की आबादी की लगभग 25 प्रतिशत है। अनुसूचित जाति जनजाति वर्ग प्राचीन काल से ही सनातन धर्म की रीतियों, नीतियों व परम्परा का पालन करता रहा है। लेकिन धर्म क्षेत्र में इन वर्गो का प्रतिनिधित्व लगभग नगण्य है।
इसलिए इन वर्गो की धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक उन्नति के लिए व संगठित कर शैक्षणिक स्तर को ऊंचा करने के उद्देश्य से श्री गुरु रविदास महापीठ के समस्त राज्यों एवं विश्व के अन्य देशों के प्रतिनिधियों द्वारा बैठक कर विचार विमर्श के उपरांत श्री गुरु रविदास अखाड़ा के गठन का निर्णय लिया गया। वहीं, अखाड़ा के महामंत्री किशनचंद ने कहा कि सभी वर्गों के लोग अखाड़े के सदस्य बन सकेंगे।
संत, महंत, मंडलेश्वर, महामंडलेश्वर की पदवी प्रदान करते हुए सनातन धर्म के प्रचार प्रसार व श्री गुरु रविदास महाराज के भक्ति मार्ग को आगे बढ़ाया जाएगा। श्री गुरु रविदास अखाड़ा प्रयागराज कुंभ में शाही स्नान करेगा। इस अवसर श्री गुरु रविदास अखाड़ा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए सूरजभान कटारिया, राष्ट्रीय सचिव डा.योगेंद्र सिंह, अशोक प्रधान आदि मौजूद रहे।
अखाड़े सिर्फ 13, कोई अन्य नहीं बना सकता महामंडलेश्वर
श्री गुरु रविदास अखाड़े की घोषणा के साथ ही अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष (निरंजनी) श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने स्पष्ट किया है कि संतों के अखाड़े सिर्फ 13 हैं। संत, महंत, महामंडलेश्वर आदि पदवी भी केवल इन्हीं 13 अखाड़ों के संतों को दी जाती है और यही अखाड़े बना सकते हैं।
उन्होंने कहा कि 13 अखाड़ों के अलावा कोई 14वां या 15वां अखाड़ा मान्य नहीं है। अखाड़े के नाम पर धर्म से खिलवाड़ करने की अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी। कोई नया अखाड़ा नहीं बन सकता है। कोई संस्था अखाड़े का हिस्सा जरूर बन सकती है और उसी अखाड़े के अंग के तौर पर कुंभ आदि पर्वों पर स्नान कर सकती है।
हाल ही में गिरफ्तार हुआ है रेंजर
अखाड़े के महामंत्री बनाए गए पूर्व आइएफएस किशनचंद के खिलाफ विजिलेंस ने वर्ष 2019 में आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच शुरू की थी। बीते अप्रैल 2022 में यह जांच पूरी हो चुकी है। राज्य सरकार ने मुकदमा चलाने की अनुमति भी दी थी। विजिलेंस जांच में सामने आया था कि किशनचंद अपनी आय से 375 गुना संपत्ति के मालिक हैं।
जिम कार्बेट रिजर्व की पाखरो रेंज में निर्माण कार्य के दौरान अवैध रूप से पेड़ काटने से सहित भारी अनियमित्ताएं सामने आई थी। इस मामले में भी पूर्व डीएफओ किशन चंद आरोपित हैं। हाल ही में तत्कालीन रेंजर बृज बिहारी शर्मा को विजिलेंस हल्द्वानी की टीम ने असम से गिरफ्तार किया है।
पूर्व डीएफओ किशन चंद पर शिकंजा कसने का दावा भी विजिलेंस अधिकारी कर रहे हैं। ऐसे समय में पूर्व विधायक सुरेश राठौर के श्री गुरु रविदास अखाड़े में किशन चंद के महामंत्री बनने से कई तरह की चर्चाएं और सवाल तैर रहे हैं।