साल 2023 खत्म होने में कुछ ही दिन बचे हुए हैं। उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर में 2023 की शुरुआत से लेकर साल खत्म होने तक कुछ ना कुछ ऐसा होता रहा जो सुर्खियों में बना रहा। आइये खबर में जानते है इन घटनाओं के बारे में…
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गुजरते साल 2023 में ऊधम सिंह नगर कई बड़ी आपराधिक घटनाओं के कारण चर्चाओं में रहा। अंधविश्वास और रंजिश के चलते जहां एक ओर कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी, वहीं बेखौफ बदमाश लूट और गोलीबारी के कारण पुलिस के लिए सिर दर्द बने रहे। इतना ही नहीं जिले के आतंकवाद और खालिस्तान से भी तार जुड़े। काशीपुर में नवंबर के बाद अपराधियों ने इस तरह का रवैया अपनाया कि ताबड़तोड़ घटनाओं ने पुलिस की नींद ही उड़ा कर रख दी।
05 जून: रात के समय केलाखेड़ा के रंपुरा काजी में रहने वाली महिला जोगेंद्रो बाई और गुरमीत की हत्या करने के बाद उनके टुकड़े कर शव को नदी में बहा दिया गया था। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। हत्या के बाद आरोपियों ने बेहद इत्मीनान से दोनों शवों के टुकड़े किए थे।
27 जुलाई: पुलिस ने किच्छा के प्रतापपुर क्षेत्र से एक सिरफिरे व्यक्ति संतोष को गिरफ्तार किया था। संतोष ने विवाद के बाद पत्नी की हत्या कर शव को तीन महीने पहले सिडकुल रोड किनारे दफना दिया था। इसके बाद ससुरालियों से झूठ बोलकर नाबालिग साली से जबरन शादी कर उसका शारीरिक उत्पीड़न किया था। आरोपी के बेटे ने राज से पर्दा उठाया था।
03 अगस्त: आधी रात को ट्रांजिट कैंप के वार्ड नंबर सात शिवनगर में घर पर सो रहे संजय और उनकी पत्नी सोनाली की घर में घुसकर कांपा से नृशंस हत्या कर दी गई। इस घटना से क्षेत्र सिहर उठा था। पुलिस ने महिला के एकतरफा प्यार में दंपती की हत्या करने वाले सिरफिरे जगदीश उर्फ राजकमल को छह दिन बाद गिरफ्तार किया था।
25 नवंबर: काशीपुर के लक्ष्मीपुर पट्टी क्षेत्र में अलीहसन पर अपनी दो बेटियों को पीट-पीट कर मार डालने का आरोप लगा। अली का दावा था कि बेटियों पर ऊपरी हवा का साया था। 25 नवंबर की सुबह दोनों बेटियों के सब घर में पड़े मिले। पुलिस ने अली हसन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।